वीडियो में आगे कहा गया है कि 4 जनवरी को कार्यक्रम की अनुमति न देने की धमकी दी गई, 5 जनवरी को कार्यक्रम में जाने वाले लोगों को धमकाया गया, वाहनों को रोका गया और भाजपा के झंडे फाड़े गए।
इसमें कहा गया, “पांच जनवरी को पहले प्रधानमंत्री मोदी के मार्ग को मंजूरी दी गई। फिर प्रधानमंत्री के काफिले को 20 मिनट के लिए रोका गया। संपर्क करने पर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बात नहीं की।”
वीडियो में आगे पूछा गया कि अगर प्रधानमंत्री रास्ते पर आगे बढ़ गए होते तो क्या होता? “एक दंगा, एक हमला, हिंसा और रक्तपात, प्रधानमंत्री को मारने का प्रयास”।
वीडियो में एक समाचार रिपोर्ट भी दिखाई गई, जिसमें प्रधानमंत्री ने कथित तौर पर बठिंडा हवाई अड्डे पर अधिकारियों से पंजाब के मुख्यमंत्री को धन्यवाद देने के लिए कहा कि वह जीवित लौट आए है।
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को 42,750 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखने के लिए पंजाब के फिरोजपुर का दौरा करने पहुंचे थे। प्रधानमंत्री ने सुरक्षा उल्लंघन के कारण पंजाब के फिरोजपुर की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर दी। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने कहा था कि पंजाब दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा भंग हुई थी। गृह मंत्रालय ने सुरक्षा उल्लंघन का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। एमएचए ने पंजाब सरकार से इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है।