नोएडा
कौन हैं गौतमबुद्धनगर के डीएम मनीष कुमार वर्मा? कोर्ट के एक आदेश ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया।
गौतम बुद्ध नगर के DM मनीष वर्मा: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा को अवमानना नोटिस जारी किया है। इसके साथ ही कोर्ट ने उन्हें निर्धारित तिथि पर जवाब के साथ उपस्थित होने का आदेश दिया है। न्यायालय ने यह भी कहा है कि क्यों न उनके खिलाफ आदेश की अवहेलना करने के लिए अवमानना कार्यवाही की जाए। इस स्थिति के चलते मनीष Kumar वर्मा फिर से चर्चा में आ गए हैं। तो चलिए जानते हैं, नोएडा के DM मनीष कुमार वर्मा के बारे में।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने किया तलब
इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल ने किशोरी रमण चतुर्वेदी की अवमानना याचिका पर अधिवक्ता श्रीकृष्ण शुक्ल की सुनवाई के बाद यह निर्णय लिया। याचिका के पक्ष में रेरा अथारिटी ने आदेश दिया था, जिसके तहत विपक्षी संख्या पांच के खिलाफ वसूली प्रमाणपत्र जारी किया गया है। कोर्ट ने पूछा कि नोएडा के DM के खिलाफ कितने अवमानना मामले हैं। हाईकोर्ट ने सुरक्षात्मक दिशा-निर्देश दिया था कि मनीष वर्मा को दो महीने में कार्यवाही करनी थी, लेकिन ऐसा नहीं होने से याचिका दाता रेरा के आदेश का फायदा लेने से वंचित रह गया। कोर्ट का कहना है कि यह प्रथमदृष्टया अवमानना का मामला बनता है।
नोएडा के DM मनीष वर्मा कौन हैं?
मनीष वर्मा, जो कि कुशीनगर, उत्तर प्रदेश के निवासी हैं, 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। आईएएस बनने से पहले उन्होंने ड्यूश बैंक जैसी इनवेस्टमेंट बैंकिंग फर्म में काम किया था। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपूर से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है। इसके साथ ही, उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एमए और एमफिल भी किया है। मनीष वर्मा आईपीएस अधिकारी राजकुमार विश्वकर्मा के दामाद हैं और यह उनकी गौतम बुद्ध नगर में दूसरी बार तैनाती है। पहले कार्यकाल के दौरान, वे महज 15 दिन के लिए नोएडा में रहे और उनके बाद उन्हें कौशांबी के DM के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया था।
पीलीभीत से प्रशासनिक सेवा की शुरुआत
मनीष वर्मा ने अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत पीलीभीत से की थी, जहां वे प्रोबेशनरी DM रहे। इसके बाद, उन्होंने मथुरा और प्रतापगढ़ में मुख्य विकास अधिकारी का कार्यभार संभाला। नोएडा में आने से पहले, वे जौनपुर के जिलाधिकारी के रूप में कार्यरत थे। मनीष वर्मा ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी तब शुरू की जब वे एक कार्यरत पेशेवर थे। उनका जन्म 24 अगस्त, 1984 को हुआ था।
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सिरकटी महिला की शिनाख्त नहीं कर पाई पुलिस, सात टीमें लगी है जांच में
नोएडा। करंट क्राइम। नोएडा की कमिश्नरेट पुलिस अभी तक सिर कटी लाश की गुत्थी को नहीं सुलझा पाई है।
सेक्टर-82 स्थित पुलिस चौकी के पास नाले में एक महिला की सिर कटी लाश मिली थी। लाश मिलने के 24 घंटे बाद भी पुलिस मृतक महिला की पहचान नहीं कर पाई है। पुलिस ने आसपास की झुग्गियों में रहने वालों से पूछताछ की लेकिन शनिवार दोपहर तक किसी ने मृतक महिला की शिनाख्त नहीं की।
पुलिस का कहना है कि महिला का सिर और दोनों हथेलियां कटी होने से शिनाख्त में परेशानी हो रही है। सेक्टर-39 थाने की पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाकर 400 से अधिक सीटीवीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। घटनास्थल से 3 किमी एरिया में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। साथ ही 3 दिन में वहां से गुजरे 500 से अधिक वाहनों की जांच की लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया।
एडीसीपी सुमित कुमार शुक्ला ने बताया कि महिला की पहचान के लिए टीमों का गठन किया गया है। करीब सात टीमें बनाई गई है। सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है। महिला की पैरों की उंगलियों में बिछुआ पाया गया। ऐसे में पुलिस का मानना है कि महिला शादीशुदा है। शायद पति ने ही हत्या कर लाश फेंक दी हो। करीब 30 वर्षीय विवाहित महिला की गर्दन व हाथ काटकर निर्मम हत्या की गई। महिला का शव सेक्टर-82 कट चौकी के पास निर्वस्त्र हालत में सर्विस रोड के नाले में तैरता मिला। अभी तक कटे अंग नहीं मिले है।
शव की हालत देखकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए – महिला का सिर गायब था और दोनों हथेलियां काटी गई थीं। इससे स्पष्ट है कि हत्यारे ने पहचान छिपाने के लिए यह जघन्य अपराध किया है।
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सुरक्षा बलों ने कुपवाडा में दो आतंकवादियों को मार गिराया
श्रीनगर। करंट क्राइम। सुरक्षा बलों ने शनिवार तडके जम्मू-कश्मीर में दो आतंकवादियों को मार गिराया। कुपवाड़ा जिले के केरेन सेक्टर में नियंत्रण रेखा यानि एलओसी के पास शुक्रवार देर रात आतंकवादियों के साथ एन्काउंटर शुरू हुआ, जो शनिवार सुबह तक जारी रहा। इस एन्काउंटर में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। इलाके में अन्य संभावित घुसपैठियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। सेना को खुफिया जानकारी मिली थी कि केरेन सेक्टर में कुछ आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं। इस सूचना के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान शुरू किया। ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी, लेकिन इसके जवाब में आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी।
सेना के मुताबिक, दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकवादियों के पास से हथियारों और गोला-बारूद का बड़ा जखीरा बरामद किया गया है। सेना के अधिकारियों ने बताया कि यह घुसपैठ सर्दियों से पहले की कोशिश हो सकती है, क्योंकि बर्फबारी शुरू होने पर एलओसी के पास के दर्रे बंद हो जाते हैं, जिसके चलते आतंकवादी संगठन इस समय घुसपैठ की गतिविधियां बढ़ा देते हैं। इलाके को पूरी तरह सुरक्षित करने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अन्य आतंकवादी छिपा न हो। हाल के महीनों में एलओसी पर घुसपैठ की कोशिशों में वृद्धि देखी गई है, जिसे सुरक्षा बलों ने लगातार नाकाम किया है। स्थानीय प्रशासन और सेना स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है।
