Ghaziabad: सिहानी गेट थाने की लोहिया नगर चौकी में तैनात सिपाही ने एक विवाद के दौरान अपने विरुद्ध रिश्वत का आरोपी बनने के बाद आत्मसमर्पण किया है। इस मामले में, जिसमें दो भाइयों के बीच हुए विवाद में राजीनामा के बजाय सिपाही ने रिश्वत लेने का आरोपी बनने के बाद निलंबन का सामना कर रहा है, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है।
क्या हुई घटना ?
इस घटना की शुरुआत दो सप्ताह पहले हुई थी, जब लोहिया नगर निवासी शैंकी और उसके भाई के बीच एक विवाद उत्पन्न हुआ था। शैंकी ने अपने भाई पर कठोर कार्रवाई करने के लिए चौकी में तैनात सिपाही भीम सिंह को दो हजार रुपये रिश्वत दी थी। इस दौरान, शैंकी की जेब से फोन निकालकर सिपाही ने रिश्वत लेते हुए खुद को वीडियो बनाते हुए शक किया। उसके बाद, एक तीसरे व्यक्ति ने इस घटना को वीडियोग्राफ कर लिया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसमें साफ रूप से दिख रहा है कि सिपाही दो हजार रुपये की रिश्वत ले रहा है।
रिश्वत लेने का मुकदमा दर्ज
इस मामले में एसीपी रवि कुमार सिंह के निर्देश पर थाना सिहानी गेट में रिश्वत लेने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है और आरोपी सिपाही भीम सिंह को निलंबित कर दिया गया है। जब यह वीडियो सामने आया, तो स्थानीय पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और सिपाही भीम सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना के बाद लोगों में आपत्ति और चिंता बढ़ी है क्योंकि यह एक सुरक्षित और न्यायपूर्ण समाज के लिए असहीत करने वाली घटना है।
जांच है जारी
स्थानीय प्रशासन ने इस मामले का त्वरित जाँच करने का आदान-प्रदान किया है और उच्च प्रशासनिक स्तर पर इस मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी ऐसी घटना फिर से न होने पाए। इस मामले में सिपाही की गलत कार्रवाई का सामना करने के बाद लोग उम्मीद कर रहे हैं कि सुरक्षा बलों के व्यक्तिगत शौर्य और न्याय प्रणाली के माध्यम से इस प्रकार की घटनाएं निरंतर नियंत्रित रहेंगी।
इसके अलावा, जिले के नागरिक समूहों ने भी इस मामले के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है और सुनिश्चित करने की मांग की है कि ऐसी घटनाएं पुनः नहीं होतीं। इस समय, सिपाही भीम सिंह को सख्ती से जाँच में शामिल किया जा रहा है और यदि उन्हें दोष साबित होता है, तो उन पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद से ही लोग यह सवाल कर रहे हैं कि क्या ऐसी घटनाएं सुरक्षा बलों की निगरानी में रहकर भी हो रहीं हैं और कैसे इस प्रकार की भ्रष्टाचार को रोका जा सकता है।