डॉ. अनिल शर्मा का दावा कि लाइलाज
रोगों का उपचार होम्योपैथी में संभव
गाजियाबाद (करंट क्राइम)। आमतौर पर होम्योपैथिक इलाज को लेकर जनधारणा यह है कि इस माध्यम से साधारण बीमारी तो ठीक हो सकती है लेकिन जटिल बीमारियों का इलाज होम्योपैथिक में संभव नहीं है। लेकिन इस धारणा को सिद्धि साइंटिफिक होम्योपैथिक एंड डेंटल क्लीनिक के डॉ. अनिल शर्मा ने गलत साबित कर दिया है। उनके उपचार से ब्रेन ट्यूमर का सफल इलाज हुआ है और अब मरीज को ट्यूमर से राहत मिल गई है। शास्त्री नगर गोलमार्किट में क्लीनिक चलाने वाले डॉ. अनिल शर्मा ने करंट क्राइम को बताया कि वह लगभग 22 साल से होम्योपैथिक चिकित्सा प्रैक्टिस कर रहे हैं। उनके पास देहरादून की रहने वाली महिला सरिता लगभग दो महीने पहले आर्इं थीं। महिला को ब्रेन ट्यूमर था और वह कई स्थानों पर इलाज कराकर थक चुकीं थीं। डॉक्टरों ने उन्हें आॅपरेशन बताया था। महिला सिरदर्द के कारण सो भी नहीं पाती थी और उन्हें सीधी आंख से दिखना भी बंद हो गया था। उन्होंने महिला का उपचार होम्योपैथिक विधि से करना शुरू किया और पहले हफ्ते में ही महिला को आराम मिलना शुरू हुआ। जब 12 जुलाई को महिला ने एमआरआई कराई तो ब्रेन ट्यूमर गायब हो चुका था। महिला 22 मई को उनके पास उपचार के लिए आई थी। डॉ. अनिल शर्मा का कहना है कि होम्योपैथिक विधि में लाइलाज बीमारियों का भी इलाज संभव है। वह मिर्गी, गर्भाशय ट्यूमर और थायराइड जैसी बीमारियों का सफलतापूर्वक इलाज कर रहे हैं। यदि लोग होम्योपैथिक पर भरोसा करें तो यह एलोपैथिक से ज्यादा कारगर है। उनकी संस्था द्वारा हर तीसरे महीने कविनगर के चौधरी भवन में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है। जिसमें लगभग दो सौ मरीज उपचार के लिए आते हैं। अब यह शिविर 21 सितंबर को कविनगर के चौधरी भवन में आयोजित किया जाएगा।