मोदीनगर (करंट क्राइम)। पंजाब नेशनल बैंक के चैक का फर्जी क्लोन बनाकर गजियाबाद के एडीएम (एलए) के खाते से तीन करोड़ रुपए का गबन करने वाले की तलाश में मेरठ की आर्थिक अपराध अनुवेषण प्रावधान (ईओडब्ल्यू) की टीम ने मोदीनगर में कई स्थानों पर लोगो से पूछताछ की।
बैंक में मोदीनगर के एक मौहल्ले के नाम से फर्जी आईडी लगाकर इस घटना को अंजाम देने वाले बंटी बबली की तलाश में पुलिस ने कई स्थानों पर छापामार कार्यवाही की है। जाँच टीम की निगाहें दोनो की तलाश में मोदीनगर मुरादनगर में लगी है। मेरठ के ईओडब्ल्यू विभाग के इंस्पेक्टर धर्मेंश ने बताया कि गजियाबाद के तत्कालीन एडीएम (एलए) कान्ता प्रसाद के सरकारी खाते पीएनबी नवयुग मार्किट गाजियाबाद में है, मार्च 2016 में किसानो को मुआवजा बाँटे जाने के लिये उनके खाते में 20 करोड रुपए जमा हुये थे। इस बीच बैंक में गजियाबाद के विश्वास नगर के पते से मनीष पुत्र भोपाल सिंह ने फर्जी आईडी लगाकर खाता खोला। शातिर ने एडीएम (एलए) के चैक का क्लोन बनाकर आठ बार में चैक के जरिये अपने खाते से तीन करोड रुपए निकाल लिये। चैक की बडी धनराशि निकालने के लिये बैंक प्रबंधन ने पैनकार्ड की फोटो कापी मांगी तो वह मोदीनगर के आदर्श नगर कालोनी गली न06 के नाम से थी, तीन करोड रुपए के गबन होने के बाद पहले यह मामला बैंक मैनेजर राकेश शर्मा की ओर से सिहानी गेट गजियाबाद मे दर्ज हुआ। बाद में शासन के आदेश पर इस प्रकरण की जांच पुलिस के ईओडब्ल्यू विभाग को सौपी गयी। ईओडब्ल्यू के इंस्पेक्टर धर्मेश कुमार ने मोदीनगर में आदर्श कालोनी में उस पते को ढूढंना चाहा तो पता चला कि यह पता नही है, फर्जी आईडी के जरिये इस धनराशि को निकालने के दौरान की सीसीटीवी फुटेज में शातिर के साथ एक महिला भी शामिल है। जांच अधिकारी धर्मेश का कहना है कि बंटी बबली की तर्ज पर तीन करोड रुपए का फजीर्वाडा करने वाले इस प्रकरण में बैँक या डाक विभाग का कोई कर्मचारी जरूर शामिल है, जिसने चैक बुक व हस्ताक्षर का नमूना शातिर तक पहुंचाया है। टीम शातिर बंटी बबली की तलाश में जहां सोशल मीडिया का सहारा ले रही है, वही मोदीनगर मुरादनगर के जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर उनकी तलाश में दिन रात जुटी है। पुलिस को अभी तक इस प्रकरण के सारे दस्तावेजो में फर्जी आईडी पायी गयी है।