प्रशांत किशोर को राजनीतिक जगत में एक सफल रणनीतिकार माना जाता है। कहा जाता है कि उनके सहयोग से ही भाजपा केंद्र में सत्ता हासिल करने में कामयाब रही है। अब खबर यह है कि चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगी दल शिवसेना के लिए आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में रणनीति बनाने का प्रस्ताव दिया है। इसके साथ ही लोगों ने कहना शुरु कर दिया है कि शिवसेना ने इस बार जिस तरह से मंदिर मुद्दे को लेकर आक्रामकता दिखाई उससे तो यही लग रहा है कि यह प्रशांत किशोर का ही मामला रहा होगा, क्योंकि इससे पहले भाजपा ने भी इस मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए राजनीतिक जंग को जीत लिया था। उसके पीछे भी प्रशांत किशोर का ही दिमाग बताया गया था, अब शिवसेना उसी रास्ते पर चलती दिख रही है। फिलहाल प्रशांत और उद्धव ठाकरे की मुलाकात हुई है, जिसमें पार्टी के सभी सांसद मौजूद थे, इसलिए कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
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