तिरुवनंतपुरम | सोने की तस्करी के विवादास्पद मामले में ‘आरोपी’ स्वप्ना सुरेश ने केरल उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई है। अदालत इस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगी। अपनी याचिका में उन्होंने दावा किया है कि वह निर्दोष हैं और उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है। मीडिया उन पर निराधार आरोप लगा रही है। याचिका में आगे कहा गया है कि उनके पास बैगेज को क्लीयर करने के लिए जरूरी क्रिडेंशियल्स हैं, क्योंकि यूएई वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने उनसे ऐसा करने के लिए कहा था। इस मामले ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को हिला कर दिया है, क्योंकि स्वप्ना सुरेश राज्य में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार की करीबी मानी जाती हैं। उनकी योग्यता संदिग्ध होने के बाद भी वह ऊंचे वेतन वाली नौकरी कर रही थीं। इतना ही नहीं वह वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एम. शिवशंकर की बेहद करीबी हैं जो कि विजयन के सचिव और राज्य के आईटी सचिव हैं। विजयन ने नुकसान को नियंत्रण में लाने के लिए शिवशंकर को बाहर निकाल दिया लेकिन इससे स्थिति भड़क गई है और विजयन की छवि को झटका लगा है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही उन पर हमला बोल दिया है।