सवाल ये है कि ऐसे में कहां है जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष गाजियाबाद
वरिष्ठ संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। सपा को पहले से ही विपक्ष वाली पार्टी माना जाता है। सपा के बारे में ये कहा जाता है कि इसके कार्यकर्ता सरकार में भले ही क्रांति मोड में ना हों, लेकिन जब सरकार नहीं होती है तब इस पार्टी की धार देखने वाली होती है। सीधे सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हैं और सड़क पर आकर अपनी सियासी ताकत का मुलाहिजा करते हैं। समाजवादी पार्टी इन दिनों पूरे एक्शन मोड में है। उनके प्रदेश अध्यक्ष का निर्देश आ चुका है कि सोमवार को तहसीलों और कलक्टेÑट पर धरना होना है, ज्ञापन दिया जाना है। लेकिन गाजियाबाद में साइकिल अपने सियासी अंदाज में है। सपा की एक खूबी है कि इसके कार्यकर्ता एकजुट होकर धरना प्रदर्शन करते हैं। जब प्रदर्शन होता है तो नेतृत्व जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष करते हैं। इनके साथ महिला प्रकोष्ठ से लेकर यूथ विंग के नेता और कार्यकर्ता साथ रहते हैं। कईबार तो प्रदर्शन में सपाइयों ने आपस में धक्का-मुक्की भी हो जाती है। पुतला, जेल, लाठीचार्ज, नारेबाजी से सपाई माहौल बनाते हैं। अब भी सपा के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इनके अध्यक्ष कार्यक्रमों से दूर हैं। पहले अध्यक्ष धरनों पर पहुंचते थे और अब किसी फ्रेम में अध्यक्ष नहीं दिखाई देते। सपा के कार्यकर्ता साइकिल को पूरा सियासी माइलेज दे रहे हैं। लेकिन यहां पर सपा के जिला और महानगर अध्यक्ष क्यों डिस्टेंस बना रहे हैं इसको लेकर सस्पेंस है।
सिटी से लेकर गांव तक प्रेजिडेंट बताएं कहां रहे हैं साथ
सपा के कार्यकर्ता इस समय पूरी ताकत के साथ विपक्षी तेवरों वाला माहौल बना रहे हैं। मोदीनगर में सपाइयों ने कार्यक्रम किया। इसके बाद किसान जब मोदीनगर से चलकर गाजियाबाद की अनाज मंडी में पहुंचे तो यहां सपाइयों तो पहुंचे लेकिन अध्यक्ष नहीं दिखाई दिए। सपा किसान आंदोलन को अपने हाथ में ले सकती थी, लेकिन जब प्रेजिडेंट ही दूर रहे तो फिर कार्यकर्ता क्या करते। सपा के मनोज पंडित ने प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर बेरोजगार दिवस में अपने कार्यक्रम से मैसेज दिया। मगर सीन में अध्यक्ष नहीं थे। प्रधानमंत्री के बर्थ-डे पर सपा नेता जीतू शर्मा ने पकौड़े तले। पार्टी कार्यकर्ता दुकानों पर गए, लेकिन अध्यक्ष कहां गए ये नहीं पता। मनमोहन गामा ने हिंडन पार में मोर्चा खोला मगर अध्यक्ष नहीं और जब कमांडर ही नहीं होता तो फिर इसके संदेश जाते हैं।
राकेश यादव पहुंचे किसानों के पास और अध्यक्ष रहे दूर
एमएलसी राकेश यादव शुक्रवार को बम्हैटा में किसानों के धरने पर पहुंचे। यहां उन्होंने किसानों से बात की, उनके साथ जिला उपाध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख संतोष यादव भी थे। सपा के अन्य नेता भी थे, मगर एमएलसी राकेश यादव बम्हैटा पहुंच भी गए और किसानों से भी मिल लिए, लेकिन सपा के जिला और महानगर अध्यक्ष दोनों ही नहीं थे।
मैं हूं सेल्फ क्वारंटाइन और मुझे नहीं थी कार्यक्रम की जानकारी: राहुल चौधरी
एमएलसी राकेश यादव जब बम्हैटा गांव में किसानों के धरने पर पहुंच गए तो अध्यक्षों का ना होना स्वभाविक रूप से चर्चा का विषय बनना था। चर्चा सपाइयों में शुरू हुई और इस मुद्दे पर जब करंट क्राइम ने सपा महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी से बात की तो उन्होंने कहा कि वह लगभग पांच दिन से बीमार हैं और बुखार आने के बाद उन्होंने खुद ही स्वयं को सेल्फ क्वारंटाइन कर लिया है। राहुल चौधरी ने स्पष्ट किया कि उन्हें कोरोना नहीं है, लेकिन वह पहले ही अहतियात के तौर पर सेल्फ क्वारंटाइन हो गए हैं। राहुल चौधरी ने कहा कि उन्हें एमएलसी राकेश यादव के कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि तबीयत ठीक हो जाने के बाद वह जल्द ही जिलाध्यक्ष को भी साथ लेकर प्रत्येक कार्यक्रम में पहुंचेंगे।