गाजियाबाद (करंट क्राइम)। महानगर में लॉकडाउन चल रहा है और इस लॉकडाउन का सबसे बड़ा असर उस इलाके में पड़ा हैं जहां हाईराइज सोसाइटी हैं। गाजियाबाद में इन हाईराइज सोसाइटी में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं और लॉकडाउन के बाद यदि सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन हो रहा है तो वह हाईराइज सोसाइटी में ही हो रहा है। यहां पर यह भी उल्लेखनीय है कि इन हाईराइज सोसाइटी में एक बहुत बड़ा तबका रोजगार भी पाता है। हाईराइज सोसाइटी के फ्लैटों में रहने वाले लोग अपर मिडिल क्लास में गिने जाते हैं। ये वर्ग कार मैंटेन करता है और शिक्षा पर इनका बजट अच्छा खासा होता है। इन फ्लैटों में काम करने के लिए काम वाली बाई, सिक्योरिटी गार्ड, प्लंबर, हाउस कीपिंग स्टाफ आदि भी आते हैं। ये वो वर्ग है जो साधारण परिवारों से आता है और इनकी आमदनी वेतन पर ही निर्भर होती है। जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है तब से ये वर्ग भी अपने काम से विरत है। यह इन दिनों खाली है और सोसाइटी में तो सुरक्षा गार्ड बैठे हैं मगर वो घर नहीं जा पा रहे हैं। ये सीन लगभग हर सोसाइटी में है। गाजियाबाद में बड़ी संख्या में ऐसी सोसाइटी हैं और यहां पर काम करने वाले कामगारों की हालत लॉकडाउन में यही चल रही है।
अब इनकी मदद कैसे की जाए, क्योंकि उन पर ना तो सरकार की निगाह है और ना ही एनजीओ वाली मदद इन तक पहुंची है। ऐसे वर्ग की मदद की एक मिसाल गौड़ होम सोसाइटी ने पेश की है। शनिवार को लगभग छह फ्लैट के परिवारों ने आपस में बैठकर यह फैसला लिया कि हमारी सेवा करने वाले इन कामगारों की हमें मदद करनी है। इसके बाद सहयोग की एक मुहिम शुरू हुई और 21 लोगों ने आपस में सहयोग राशि मिलाकर साढ़े बारह हजार रुपए इकट्ठे हुए। इन पैसों से राशन का सामान मंगाया गया और फिर राशन किट बनाई गई। जिसमें पांच किलो आटा, एक किलो चावल, नमक का पैकेट, एक किलो चीनी, चाय पत्ती, चार प्रकार के मसाले, डिटॉल साबुन, सैनिटाइजर और लगभग दस अन्य सामान जोड़कर यह किट बनी है। सोसाइटी के 21 कामगारों को यहां के परिवारों की ओर से यह सामान मदद के रूप में दिया गया। जिन लोगों को यह सामान दिया गया उनमें सोसाइटी के माली, गार्ड आदि शामिल हैं। यह एक अच्छी शुरूआत हुई है और यदि अन्य सोसाइटियों में भी ऐसी शुरूआत हो तो एक बड़ी मदद इन लोगों की हो सकती है। जिन छह परिवारों ने यह मुहिम शुरू की है उनमें गौड़ होम आरडब्ल्यूए पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा नेता अतुल त्यागी, बैंक मैनेजर रितेश श्रीवास्तव, अजय सक्सेना, विवेक भारद्वाज, उमर फारुखी और राधा सक्सेना प्रमुख हैं।