सिडनी | आस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन ने सिडनी टेस्ट के अंतिम दिन के अपने व्यवहार के लिए माफी मांग ली है। पेन ने अंतिम दिन मैच बचाने में जुटे भारतीय खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन पर पुरजोर छींटाकशी की थी लेकिन अश्विन ने इसका बल्ले के साथ-साथ मुंह से भी जवाब दिया था।
मैच के आखिरी दिन अश्विन और हनुमा विहारी भारत की हार टालने के विकेट पर डटे हुए थे और उन्होंने 62 रन की बेशकीमती साझेदारी करके मैच ड्रॉ करा दिया।
लेकिन अश्विन की पारी के दौरान पेन बार-बार अश्विन का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे थे। पारी के 122वें ओवर में पेन को अश्विन से कुछ कहते सुना गया। उनकी बातें स्टंप माइक में कैद हो गईं।
वायरल हो रहे वीडियो में पेन यह कहते सुने जा रहे हैं, ” तुम्हारे (अश्विन से) गाबा आने का इंतजार नहीं कर सकता, एश। अश्विन ने इसका जवाब देते हुए कहा, ” तुम्हारे भारत आने का इंतजार नहीं कर सकता। यह तुम्हारी आखिरी सीरीज होगी। तुम्हारे टीम के साथी भी तुम्हें पसंद नहीं करते हैं। पेन ने हालांकि मंगलवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में स्वीकार किया कि स्लेजिंग करते हुए वह अपने ऊपर के दबाव को कम करना चाह रहे थे लेकिन हुआ इसके उलट और इससे उनका मूड, कप्तानी और प्रदर्शन भी खराब हुआ।
क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने पेन के हवाले से लिखा है, “मैंने हमेशा अपनी कप्तानी पर गर्व किया है लेकिन कल का दिन मेरे लिए अच्छा नहीं था। मैं अपने लीडरशिप को सही दिशा नहीं दे सका। मैंने मैच के दबाव को अपने ऊपर हावी होने दिया और इससे मेरा मूड खराब हुआ और फिर मेरा प्रदर्शन प्रभावित हुआ। पेन ने कहा, “मैंने अपने साथियों से कल कहा था कि लीडर के तौर पर मेरा दिन बेहद खराब था। मैंने आप सबको नीचा दिखाया। मैं भी इंसान हूं और मैं अपनी गलती के लिए माफी मांगना चाहता हूं।
भारत ने 407 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आखिर में 131 ओवरों में पांच विकेट पर 334 रन बना लिए , लेकिन जब मैच में एक ओवर बचा हुआ था, तब दोनों टीमें ड्रॉ पर सहमत हो गई। विहारी ने 161 गेंदों पर नाबाद 23 रन बनाए जबकि अश्विन ने 128 गेंदों पर नाबाद 38 रनों की पारी खेली। दोनों ने करीब 42 ओवरों विकेट पर बिताए और छठे विकेट के लिए 62 रन की साझेदारी करके मैच ड्रॉ करा दिया।