गाजियाबाद (करंट क्राइम)। जिस बीमारी को लेकर पूरा विश्व एक बार रूक गया था और कोरोना डेथ का सिलसिला शुरू हो गया था। शनिवार को कोरोना को लेकर एक सुखद खबर आई है। दवा बनाने वाली कम्पनी ग्लेन मार्क कम्पनी ने कोरोना की गोली और वैक्सीन बना ली है। ग्लेन मार्क मुम्बई की भारतीय कम्पनी है और सबसे पहले भारत की कम्पनी इसे बाजार में लाई है। फेबीफ्लू नाम से बनी यह दवाई एंटी वायरल मेडिसन फेबीपिराविर का नया रूप है। कम्पनी का दावा है कि यह कोरोना वायरस के इलाज की दवा है। बड़ी बात यह है कि इस दवाई की कीमत कोरोना टेस्ट से भी कम है। 34 गोली का पत्ता 3500 रूपये का है और तीन महीने की एक्सपायरी डेट है। वहीं कम्पनी कोरोना की वैक्सीन भी ले आई है। इस इंजेक्शन की कीमत 5500 रूपये है। मुम्बई की कम्पनी ने दावा किया है कि कोरोना नाशक दवाई को भारतीय औषधि महानियंत्रक से अनुमति मिल गई है। अब दावा किया जा रहा है कि सस्ती गोली वाला यह उपचार कोरोना का खात्मा कर देगा। हालांकि यह दवाई कितनी कारगर है इसका पता बाजार में आने के बाद पता चलेगा। कम्पनी का दावा है कि यह दवाई कोरोना के मामूली रूप से पीड़ित मरीजों का इलाज करने में समक्ष है। हालांकि बताया ये जा रहा है कि मामूली संक्रमण के ईलाज के लिए यह दवा एंटी वायरल मेडिसन फेविपिराविर का नया रूप है।