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NDLS पर भगदड़ के कारण हुई मौतों से दुखी हूं: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

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नई दिल्ली: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ मचने से कई यात्रियों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए अचानक ही रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। इसी दौरान ट्रेन पकड़ने को लेकर मची भगदड़ में 15 लोगों की जान चली गई। घटना प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 की बताई जा रही। सूत्रों के मुताबिक, कई लोग घायल भी हैं, जिन्हें पास के अस्पताल में ले जाया गया है। यह घटना रात करीब नौ बजकर 55 मिनट पर हुई। एलएनजेपी के चीफ कैजुअल्टी ऑफिसर ने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई इस घटना में 3 बच्चों समेत 15 लोगों की मौत हो गई, 10 अन्य घायल हैं।
राजनाथ सिंह और दिल्ली एलजी ने घटना पर जताया दुख
भगदड़ की सूचना मिलते ही फायर टेंडर की चार टीमें मौके पर पहुंच गई। पुलिस और आरपीएफ के जवान भी घटना वाली जगह पहुंचे। तुरंत ही स्टेशन को खाली कराया गया। वहीं नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की मौत पर पीएम मोदी, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दुख जताया है।
एलजी वीके सक्सेना ने घटना पर जताया दुख
इस मामले में एलजी वीके सक्सेना ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था और भगदड़ के कारण जान-माल के नुकसान और घायल होने की दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना हुई है। इस त्रासदी के पीड़ितों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। एलजी ने कहा कि मैंने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त से बात की है और उन्हें स्थिति को संभालने के लिए कहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ बोले- दुखद खबर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से दुखद खबर। रेलवे प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कारण हुई मौतों से मैं बेहद दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
घटना पर रेलवे ने क्या कहा?
पूरी घटना को लेकर रेलवे प्रशासन ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रात करीब 10 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 के पास अप्रत्याशित भीड़ की स्थिति पैदा हो गई। अचानक हुई भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर मौजूद कुछ यात्री बेहोश हो गए। इससे भगदड़ जैसी स्थिति की अफवाह फैल गई। इससे अफरा-तफरी मच गई। बाद में भीड़ को कम करके स्थिति को नियंत्रित किया गया।

उत्तर रेलवे ने अप्रत्याशित अचानक हुई भीड़ को निकालने के लिए तुरंत 4 विशेष ट्रेनें चलाईं। अब भीड़ कम हो गई है। इस बीच, बेहोश और घायल यात्रियों को आरपीएफ और दिल्ली पुलिस द्वारा नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है। दुर्भाग्यपूर्ण घटना की रेलवे ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
कैसे हुई भगदड़?
जानकारी के अनुसार प्रयागराज एक्सप्रेस जब प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी, तब प्लेटफॉर्म पर बहुत सारे लोग मौजूद थे। स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी लेट थीं। ऐसे में इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर मौजूद थे। रेलवे की तरफ से हर घंटे CMI के हिसाब से 1500 जनरल टिकट बेचे जाते थे। इसलिए भीड़ बेकाबू हो गई। प्लेटफॉर्म नंबर 14 और प्लेटफॉर्म नंबर 16 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ मच गई। रिपोर्ट के अनुसार एलएनजेपी अस्पताल में कुल 15 लोगों को मृत लाया गया (11 महिलाएं, दो पुरुष और दो बच्चे) और एलएचएमसी में एक व्यक्ति को मृत लाया गया।

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दिल्ली में यमुना से अतिक्रमण हटाने पहुंचा DDA, विरोध में उतरे लोग

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दिल्ली के यमुना खादर क्षेत्र में शुक्रवार को अवैध झुग्गियों को हटाने के लिए डीडीए अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंच गए। जिसके बाद वहां हंगामा हुआ। इसी बीच पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रविन्द्र सिंह नेगी कार्रवाई को रोकने के लिए वहां पहुंचे। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर अवैध झुग्गियों को हटाने के लिए अधिकारी बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचे थे। हालांकि विधायक के हस्तक्षेप से ऐक्शन को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है।
पटपड़गंज विधानसभा से भाजपा विधायक रविंद्र सिंह नेगी ने कहा, ‘यह हाईकोर्ट का आदेश था और पिछले कई सालों से यह योजना चल रही थी। हम उच्च न्यायालय का सम्मान करते हैं लेकिन हमने कोर्ट से कहा है कि यमुना नदी के किनारे कई लोग कई सालों से रह रहे हैं और उनकी रोजी-रोटी और कमाई यहां की खेती पर ही निर्भर है। हमने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से अनुरोध किया है कि हमें कुछ समय दिया जाए ताकि यहां के लोग अपनी फसल काट सकें। ये लोग बहुत परेशान हैं।’
भाजपा विधायक ने कहा, ‘हाईकोर्ट का आदेश है कि यमुना किनारे जो ग्रीन बेल्ट है उससे अतिक्रमण हटाया जाए। पिछले कई सालों से यह प्लानिंग चल रही है। हम हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं। अभी यहां खेती उगी हुई है, अगर इसे हटा दिया जाएगा तो ये खाएंगे क्या। हमने एलजी सक्सेना और सीएम रेखा गुप्ता से अनुरोध किया है कि इन्हें कुछ दिनों की मोहलत दी जाए ताकि ये फसल काट सकें। ये लोग बहुत परेशान हैं। हम न्यायालय का सम्मान करते हैं। ये लोग भी यहां फंसे हुए हैं, मैं विनती करूंगा की इन्हें कुछ दिनों की मोहलत दी जाए।’

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दिल्ली: मंत्री प्रवेश वर्मा ने PWD एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को किया सस्पेंड

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नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को सस्पेंड किया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने निरीक्षण के दौरान खामियों के चलते यह कार्रवाई की है। इतना ही नहीं उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर कोई भी खामियां पाई गईं तो इसी तरह कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया कि वेस्ट विनोद नगर में नाले का निरीक्षण करते उपमुख्यमंत्री एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने यह कार्रवाई की है। नालों में गंदगी होने पर प्रवेश वर्मा ने पीडब्ल्यूडी के क्षेत्रीय अधिशासी अभियंता रामाशीष को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
वहीं, मंत्री प्रवेश वर्मा द्वारा की गई इस कार्रवाई से विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।

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दिल्ली में मेरठ जैसी दरिंदगी : आसिफ ने महिला मित्र को दी खौफनाक मौत

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पूर्वी दिल्ली। पूर्वी दिल्ली में सुंदर नगरी की रहने वाली कोमल की हत्या (Komal Murder Case) का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में पता चला कि आसिफ नाम के युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर कोमल की हत्या की थी। इस वारदात को कार में अंजाम दिया गया था। इसके बाद शव को नाले में फेंक दिया गया था।
आसिफ ने इसलिए दिया वारदात को अंजाम
किसी दूसरे से दोस्ती के शक में आसिफ ने अपने दोस्त जावेद के साथ मिलकर रस्सी से गला घोंटकर अपनी कैब में कोमल की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद युवती के हाथ-पैर रस्सी से बांधकर कैब से 44 किलोमीटर दूर गुरुग्राम बॉर्डर के पास नजफगढ़ नाले में पेट पर पत्थर बांधकर शव नाले में फेंक दिया।
पुलिस ने नाले से किया था युवती का शव बरामद
उधर, हत्या के पांच दिन बाद पुलिस ने नाले से युवती का शव बरामद किया। छावला थाना ने हत्या की धारा में प्राथमिकी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में इस्तेमाल कैब भी बरामद कर ली है।
दादी के साथ फ्लैट में रहती थी कोमल
कोमल अपने परिवार के साथ सुंदर नगरी में निगम फ्लैट में दादी के पास रहती थी। परिवार में दादी विमला, माता-पिता व दो छोटे भाई हैं। माता-पिता चंडीगढ़ में रहकर नौकरी करते हैं। कोमल शाहदरा जिला में सिविल डिफेंस वालंटियर थी। इनके बराबर वाले फ्लैट में जावेद अपने दो बच्चों व पत्नी के साथ किराए पर रहता है। अविवाहित आसिफ पास के ब्लॉक में परिवार के साथ रहता है।
कॉल सेंटर में नौकरी करती थी कोमल
बताया गया कि कोमल बीती 28 फरवरी से निर्माण विहार में एक कॉल सेंटर में नौकरी कर रही थी। विमला ने बताया 12 मार्च की सुबह कोमल ड्यूटी पर गई थी। रात तक वह वापस नहीं लौटी, फोन भी बंद था। परिवार नंद नगरी थाने गया तो उन्होंने रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया।
वहीं, बाद में पता चला कि कोमल कैब में आसिफ के साथ गई है। इसके बाद सीमापुरी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। सीमापुरी थाना पुलिस ने युवती की कॉल डिटेल्स निकाली तो पता चला वह आसिफ के संपर्क में थी। उन्होंने आसिफ व जावेद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह टूट गए और हत्या की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने 17 मार्च को किया था केस दर्ज
इस बीच 17 मार्च को छावला थाना पुलिस को नाले में युवती का शव मिला। इस दौरान पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया। सीमापुरी थाना पुलिस ने छावला पुलिस को आरोपियों को सौंप दिया। पुलिस ने बताया कि आसिफ ने पूछताछ में बताया कि पिछले चार वर्षों से उसकी दोस्ती कोमल से थी। उसे शक था कि कोमल किसी दूसरे युवक से बात कर रही है।
बताया कि 12 मार्च को वह कैब लेकर अपने दोस्त जावेद के साथ उससे मिलने गया। वह युवती को कैब से लेकर सुंदर नगरी स्थित मिट्टी वाले पार्क के पास पहुंचे। यहां आसिफ व युवती के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। आसिफ ने रात 11:30 बजे रस्सी से गला घोंटकर कोमल की हत्या कर दी। इसके बाद 12:30 बजे नजफगढ़ नाले में शव फेंक दिया। वापस सुंदर नगरी अपने घर आ गए।

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