नई दिल्ली (ईएमएस)। केंद्र सरकार की सबसे महात्वाकांक्षी स्वाथ्य योजना ‘मोदीकेयर’ के शुरू होने के पहले दिन ही एक हजार से ज्यादा मरीजों को इसका लाभ मिल गया। जानकारी के मुताबिक, इनमें अधिकांश लाभान्वित छत्तीसगढ़ और उसके बाद हरियाणा, झारखंड, असम और मध्य प्रदेश से हैं। पीएम मोदी ने झारखंड की राजधानी रांची में इसके उद्घाटन के दौरान खुद अपने हाथों से पांच गोल्ड कार्ड लाभान्वितों को सौंपे। इसके तुरंत बाद जमशेदपुर के पश्चिमी सिंहभूम सदर अस्पताल में 22 साल की पूनम महतो ने एक बच्ची को जन्म दिया। वह इस कार्यक्रम की पहली लाभान्वित बनीं।
झारखंड में योजना की शुरुआत के कुछ घंटों के भीतर रांची इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में चार मरीज भर्ती कराए गए। इस योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक परिवारों को साल में 5 लाख तक का हेल्थ कवरेज दिया जाएगा। इनमें से 98 प्रतिशत लाभान्वितों की पहचान पहले ही की जा चुकी है। नेशनल हेल्थ एजेंसी (एनएचए) प्रधानमंत्री की तरफ से पत्र प्रत्येक लाभान्वितों को भेज रहा है और उन्हें योजना की जानकारी दे रहा है। इन चिट्ठियों में क्यूआर कोड और चिह्नित परिवारों की अन्य जानकारियां मौजूद हैं, जिसका इस्तेमाल मरीज सेवा प्राप्त करने के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में कर सकते हैं।
एक अधिकारी ने बताया, हमने अब तक पीएम की तरफ से 40 लाख चिट्ठियां भेजी हैं। इन चिट्ठियों को आरोग्य मित्र या प्रशिक्षित लोग अस्पतालों में स्कैन करेंगे और लाभान्वितों को वेरिफाय कर उन्हें हेल्थकेयर की सुविधा दिलाएंगे। एनएचए ने इस योजना के लिए एमईआरए.पीएमजेएवाई.जीओवी.इन वेबसाइट की शुरुआत की है। इसके अलावा एक हेल्पलाइन नंबर (14555) भी शुरू किया गया है। इस वेबसाइट पर हेल्पलाइन नंबर के जरिए लोग यह जान सकेंगे कि वे इसके योजना के लाभ लेने के अधिकारी हैं या नहीं हैं। पीएमजेएवाई को देश 30 राज्यों के 445 से अधिक जिलों में एकसाथ शुरू हो किया गया है। इस स्कीम की शुरुआत के साथ ही देश के 10,000 सरकारी और निजी अस्पतालों में गरीबों के लिए 2.65 लाख बेड की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। इन 10,000 अस्पतालों में वे ही शामिल होंगे, जो सरकार के पैनल में शामिल हैं।