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ग्रेटर नोएडा पहुंचे बॉलीवुड स्टार्स : फिल्म सिटी बनने से पहले मूवी की शूटिंग शुरू, राजपाल यादव के साथ इस अभिनेत्री ने मारे ठुमके

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राजपाल यादव बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता हैं, जो अपनी बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग और अदाकारी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कई फिल्मों में अपनी शानदार अभिनय क्षमता का परिचय दिया है और खासकर हास्य भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध हैं। अब, एक नया समाचार सामने आया है, जिसमें राजपाल यादव के साथ एक अभिनेत्री ने फिल्म सिटी के निर्माण से पहले ग्रेटर नोएडा में एक फिल्म की शूटिंग शुरू की है।

ग्रेटर नोएडा में एक नई फिल्म सिटी का निर्माण किया जा रहा है, जो बॉलीवुड और अन्य फिल्म इंडस्ट्रीज के लिए एक बड़ा हब बनने जा रहा है। इसके निर्माण से पहले, कई फिल्म निर्माण टीमों ने यहां शूटिंग शुरू कर दी है, ताकि नए स्थान पर काम करना और शूटिंग की संभावनाओं को परखना शुरू किया जा सके। इसमें राजपाल यादव का नाम भी जुड़ा है, जो अपनी जोड़ीदार के साथ यहां शूटिंग में व्यस्त हैं।

इस शूटिंग में राजपाल यादव के साथ एक मशहूर अभिनेत्री भी नजर आ रही हैं, जो फिल्म के लिए ठुमके मारते हुए नजर आईं। यह दृश्य फिल्म की मस्ती और हल्के-फुल्के माहौल को दर्शाता है। राजपाल यादव ने अपनी विशेष कॉमिक शैली से इस सीन को और भी मजेदार बना दिया है। शूटिंग में अभिनेता और अभिनेत्री दोनों के बीच की केमिस्ट्री दर्शकों को आकर्षित करने वाली है।

राजपाल यादव का करियर विशेष रूप से हास्य भूमिकाओं के लिए जाना जाता है, लेकिन उन्होंने कई तरह के किरदार निभाए हैं, जो उनकी अभिनय क्षमता को साबित करते हैं। वे न केवल मुख्य भूमिका में बल्कि सहायक भूमिकाओं में भी काफी प्रभावी रहे हैं। उनकी फिल्में जैसे मस्ती, भागमभाग, हेरा फेरी 2, और पार्टनर में उनके अभिनय ने दर्शकों को खूब हंसाया है।

ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी के बनने के बाद, यह क्षेत्र बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण शूटिंग स्थल बन सकता है। इस स्थान पर फिल्मों और टीवी शोज की शूटिंग करने के लिए बड़े-बड़े प्रोडक्शन हाउसेस और फिल्ममेकर्स आ सकते हैं, जिससे इस क्षेत्र के विकास को और बढ़ावा मिलेगा। राजपाल यादव जैसे प्रमुख अभिनेता के साथ शूटिंग में शामिल होने से इस फिल्म सिटी के प्रति लोगों का आकर्षण और बढ़ सकता है।

यह कदम बॉलीवुड को नई दिशाओं में आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है, और इस तरह के अभिनेताओं के साथ शूटिंग से ग्रेटर नोएडा को एक नई पहचान मिल सकती है।

Lucknow

सांसद अतुल गर्ग कर रहे हैं लोकसभा क्षेत्र में नागरिकों को उड़ान सेवा देने का प्रयास, गोवा के बाद वो चाहते हैं हिंडन ने शुरू हो प्रयागराज के लिये उड़ान

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गाजियाबाद (करंट क्राइम)।  लोकसभा सांसद अतुल गर्ग अपने लोकसभा क्षेत्र के लिये विकास का एक विजन लेकर चल रहे हैं। वो जमीन से लेकर आसमान तक कनेक्टिविटी का एक सेतु बनना चाहते हैं। वो लोनी-सहारनपुर मार्ग को लेकर पत्र लिख चुके हैं। अपडेट लेते हैं और सबसे बड़ी बात ये है कि उन्होंने हिंडन डोमेस्टिक एयरपोर्ट के मामले में विशेष रूचि ली है। उनके प्रयास अब रंग लाते दिखाई दे रहे हैं। सांसद अतुल गर्ग ने एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों को पत्र लिखा था और उनके पत्र के बाद ही ये खुलासा हुआ था कि सरकार का हर वर्ष एक बड़ा फंड यहां खर्च हो रहा है। इसके बाद यहां से उड़ान के लिये एक रनवे तैयार हुआ और सरकारी फाइलों में मामला आगे बढ़ा। एक मार्च से हिंडन डोमेस्टिक एयरपोर्ट से μलाइट शुरू हो रही हैं। यहां बैंगलोर, कोलकाता और गोवा के लिये μलाइट प्रस्तावित हैं। अब लोकसभा सांसद अतुल गर्ग का ये प्रयास है कि हिंडन डोमेस्टिक एयरपोर्ट से प्रयागराज के लिये उड़ान शुरू हो। उन्होंने एयरपोर्ट अथॉरिटी आॅफ इंडिया के चेयरमैन को पत्र लिखा है। अपने पत्र में सांसद अतुल गर्ग ने लिखा कि आपको जानकारी है कि एक मार्च से हिंडन एयरपोर्ट गाजियाबाद से बैंगलोर, कोलाकाता और गोवा के लिये μलाइट उड़ाने का निर्णय लिया है। कुंभ मेले प्रयागराज में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर हिंडन एयरपोर्ट गाजियाबाद से प्रयागराज जनपद के लिये μलाइट आरंभ कराने का कष्ट करें। खास बात ये हैं कि सांसद अतुल गर्ग ने अपने पत्र में प्रयागराज के अलावा गाजियाबाद से लखनऊ, वाराणसी और अयोध्या के लिये भी μलाइट शुरू कराने को अतिआवश्यक बताया है। सांसद अतुल गर्ग के इस प्रस्ताव पर एयरपोर्ट अथॉरिटी क्या निर्णय लेती है यह बाद की बात है, लेकिन सबसे बड़ी बात ये है कि सांसद अतुल गर्ग ने अपने लोकसभा क्षेत्र में एक सुविधा देने का प्रयास किया है। उन्होंने अपनी प्राथमिकताओं में इसे शुमार किया है। 

प्रयागराज और लखनऊ की उड़ान करेगी लोगों का सफर आसान

करंट क्राइम। प्रयागराज का मतलब केवल कुंभ ही नहीं है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिन लोगों के लिये मुकदमें हाईकोर्ट में चल रहे हैं। जिन्हें पैरवी के लिये प्रयागराज जाना पड़ता है। जिन लोगों शासकीय कामकाज लखनऊ से जुड़े हैं और जिनका आना जाना लखनऊ होता है वो लोग इस उड़ान के महत्व को समझ सकते हैं। जो लोग गाजियाबाद-नोएडा, मेरठ, बुलंदशहर, जैसे जिलों में रहते हैं और उनका हाईकोर्ट से जुड़ा काम है या लखनऊ जाना होता है तो उनके लिये गाजियाबाद एयरपोर्ट से अगर उड़ान शुरू होगी तो उनका सफर आसान हो जाएगा। सांसद अतुल गर्ग वैसे भी क्षेत्र की पूरी जमीनी जानकारी रखते हैं। वो जानते हैं कि कनेक्टिविटी और एक्टिविटी में क्या संबंध है। लोकसभा क्षेत्र की समस्याओं का पूरा भूगोल उन्हें पता है और उनके ये प्रयास जब हकीकत में बदलेंगे तो लोगों को एक बड़ी सुविधा मिलेगी। लोगों का सफर आसान हो जाएगा।

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Ghaziabad Colleges

अगर सच में सरकारी स्कूलों में बेहतर पढ़ाई हो तो अभिभावक कभी पब्लिक स्कूलों की तरफ मुंह ना करें

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गाजियाबाद करंट क्राइम। कई लोग पब्लिक स्कूलों के विरुद्ध हैं। वे मानते है कि ये स्कूल अभिभावकों का शोषण करते हैं इसलिए कई लोग सोशल मीडिया पर कई तरह के व्यंग करते रहते हैं। मैने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक कार्टून देखा था। जिसमें एक अभिभावक स्कूल की शिक्षिका से वार्ता कर रहा था। शिक्षिका कह रही थी कि आपको कापी किताब, बैग, पेंट कमीज, जूता, मौजा सभी चीजें स्कूल से लेनी होंगी। अभिभावक ने पूछा और पढ़ाई ?? शिक्षिका ने उत्तर दिया उसके लिए ट्यूशन कर लेना। ये केवल मनोरंजन की बात नहीं है कुछ अंश में इसमें सच्चाई भी है।लेकिन ये भी सच्चाई है कि पब्लिक स्कूलों में पढ़ाने का जो आकर्षण बढ़ा है उसका बड़ा कारण सरकारी स्कूलों में शिक्षण का स्तर गिरने का है। अगर सच में सरकारी स्कूलों में बेहतर पढ़ाई हो तो बहुत से अभिभावक कभी पब्लिक स्कूलों की ओर मुंह भी न करें। सरकारी स्कूलों को तो वर्ष भर में शिक्षा से इतर शिक्षकों को कई काम करने होते हैं जो उन कामों को नहीं करेगा उसे दंडित किया जाएगा। मैनें उत्तर प्रदेश में किसी एक भी शिक्षक को अच्छा न पढ़ाने या परीक्षा परिणाम न देने के लिए दंडित किए जाने का कोई समाचार नहीं सुना है। लेकिन शिक्षा से इतर कार्यों में दंड के समाचार तो प्रतिदिन समाचार पत्रों में छपते रहते हैं। मुझे कभी कभी शक होता है कि उन्होंने पब्लिक स्कूलों के आकर्षण को कम करने का एक तोड़ निकाल लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों को सुधारने के प्रयास तो निराश होकर छोड़ दिए हैं। उन्होंने पब्लिक स्कूलों में भी पढ़ाई न हो इसके लिए प्रतिदिन बच्चों और शिक्षकों के लिए कोई न कोई ऐसा कार्यक्रम आता है जिसमें कभी रैली, कभी सभा, कभी स्वच्छता, कभी खाद बनाना, कभी जागरूकता। किसी विभाग का कोई कार्यक्रम हो उसने स्कूलों के बच्चों को भाग लेना अनिवार्य कर दिया गया है। पढ़ाई में निरंतरता और लय बहुत आवश्यक है। उसमें व्यवधान शिक्षक और बच्चों दोनों की तन्मयता को भंग करता है। जब से उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में महानिदेशक का पद बनाकर उस पर आईएएस की नियुक्ति हुई है ,तब से लगता है कि पढ़ाई के अलावा अन्य कार्यक्रमों की बाढ़ सी आ गई है। सारे विभागों के कार्यक्रमों में स्कूल के बच्चों को शामिल किया जाय इसका लगभग प्रतिदिन एक शासनादेश सीधा शिक्षा विभाग से जारी होता है और शिक्षा अधिकारियों की उन कार्यक्रमों को अक्षरश: सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी है। मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि वर्ष भर में एक भी शासनादेश बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता के सुधार के संबंध में जारी नहीं होता है। पहले सीबीएसई के स्कूलो पर प्रदेश के प्रदेश के शिक्षा अधिकारियों का कोई सीधे दखल नहीं होता था लेकिन जब से पब्लिक स्कूलों में भी 25% तक गरीब बच्चों को प्रवेश देने की अनिवार्यता का कानून बना है और सभी सीबीएसई के स्कूलों का संभवत: 3 या 5 वर्ष में नवीनीकरण आवश्यक हो गया है और उसमें प्रदेश के शिक्षा विभाग के अधिकारियों का अनापत्ति प्रमाण पत्र आवश्यक कर दिया गया है। तब से इन स्कूलों पर भी प्रदेश के अधिकारियों का शिकंजा कस गया है।अब सभी स्कूल उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के निर्देश को मानने के लिए बाध्य हैं चाहे उनके शिक्षण में कितना भी व्यवधान हो। उत्तर प्रदेश की सरकार की एक ओर विशेषता है कि यहां लोगों की कठिनाई सुनकर सुधार का कालम हट गया है।कोई किसी कठिनाई को सुनने को तैयार नहीं है, समाधान का तो अवसर ही समाप्त लगता है। देश के प्रधानमंत्री जी का कहना है कि minimum government maximum governance लेकिन उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने शायद इसको उल्टा पढ़ लिया है Minimum governance maximum government.

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*पुष्पा 2* ने अपने पहले ही दिन रिकॉर्ड तोड़ दिए, सिर्फ कुछ घंटों में धमाकेदार ₹35 करोड़ की कमाई की!

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पुष्पा 2 ने पहले ही दिन बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर दिया है। अल्लू अर्जुन की बहुप्रतीक्षित फिल्म ने रिलीज होते ही रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया और केवल कुछ घंटों में ₹35 करोड़ की शानदार कमाई की। इस फिल्म का इंतजार दर्शक बेसब्री से कर रहे थे, और इसका प्रभाव टिकट काउंटर पर साफ दिखाई दिया।

फिल्म की जोरदार शुरुआत
पुष्पा 2, जो कि 2021 की सुपरहिट फिल्म “पुष्पा: द राइज” का सीक्वल है, ने भारत और दुनियाभर के बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार शुरुआत की है। पहले दिन की कमाई का आंकड़ा ₹35 करोड़ तक पहुंच चुका है, जो दर्शाता है कि फिल्म को दर्शकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है।

फिल्म की एडवांस बुकिंग ने भी एक नया रिकॉर्ड बनाया था। रिलीज से पहले ही मल्टीप्लेक्स और सिंगल स्क्रीन थिएटर्स में टिकटों की भारी डिमांड देखी गई।

अल्लू अर्जुन का जलवा
फिल्म में अल्लू अर्जुन ने एक बार फिर पुष्पा राज के किरदार में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। उनकी दमदार एक्टिंग और शानदार एक्शन सीक्वेंस ने फैंस को स्क्रीन से बांधकर रखा। फिल्म के डायलॉग और उनका “थगड़े” स्टाइल पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके थे, जिसने फिल्म की पॉपुलैरिटी को और बढ़ा दिया।

फैंस का क्रेज और सोशल मीडिया का ट्रेंड
फिल्म के प्रति फैंस का उत्साह ऐसा था कि कई सिनेमाघरों में सुबह के शो हाउसफुल रहे। सोशल मीडिया पर #Pushpa2 और #AlluArjun ट्रेंड कर रहे हैं, जहां फैंस फिल्म के हर एक पहलू की तारीफ कर रहे हैं।

फिल्म की कहानी और निर्देशन
सुकुमार द्वारा निर्देशित इस फिल्म में पुष्पा की कहानी को और आगे बढ़ाया गया है। एक्शन, ड्रामा और इमोशन्स से भरपूर यह फिल्म दर्शकों को पूरी तरह से एंटरटेन कर रही है। रश्मिका मंदाना और फहद फासिल जैसे सितारों ने भी अपने किरदारों से फिल्म में जान डाल दी है।

आने वाले दिनों की उम्मीदें
पहले दिन की धमाकेदार शुरुआत के बाद फिल्म ट्रेड एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पुष्पा 2 की कमाई और तेजी से बढ़ेगी। खासतौर पर वीकेंड पर यह फिल्म नए रिकॉर्ड बना सकती है।

निष्कर्ष
पुष्पा 2 ने अपनी रिलीज के साथ ही यह साबित कर दिया है कि यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक इमोशन है। दर्शकों के प्यार और क्रेज को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि पुष्पा 2 साल की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बनने की राह पर है।

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