विशेष संवाददाता (करंट क्राइम)
गाजियाबाद। थाना सिहानी गेट पुलिस ने बदमाशों के एक शातिर गैंग को गिरफ्तार किया है। गिरोह के कब्जे से पुलिस ने करीब 20 लाख रुपये के मोबाइल फोन व चोरी के वाहन बरामद किए हैं। पकड़े गए बदमाश शातिर किस्म के लुटेरे हैं जिनके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज बताए गए हैं।
पुलिस कार्यालय पर कप्तान वैभव कृष्ण ने प्रेसवार्ता में बताया कि सिहानी गेट पुलिस ने मुखबिर तंत्र की सूचना पर मिथिलेश, अलोपी, दुर्गा प्रयास, गोपाल, नंद कुमार और शमशुल हक नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो मूलरूप से दिल्ली के निवासी हंै। पुलिस ने अभियुक्तों के पास से 65 महंगे मोबाइल फोन, चोरी की एक वैगनार दिल्ली नंबर और एक स्कूटी दिल्ली नंबर की बरामद की है। एसएसपी ने बताया कि महानगर में मोबाइल चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम देने वाला यह गिरोह करीब 700 मोबाइल लूट व चोरी के बेच चुका है, जो दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद से चोरी किए गए थे। एनसीआर क्षेत्र में इस गैंग ने आतंक मचा रखा था जिसके बाद सिहानी गेट पुलिस की एक विशेष टीम को पीछे लगाया गया था। बताया कि बदमाशों के पास से बरामद किए गए मोबाइलों की कीमत लगभग 20 लाख रुपये है। गैंग के अन्य सदस्य की तलाश जारी है, जो एनसीआर में लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते हैं। पुलिस की एक दल ऐसे गिरोह की तहकीकात करने में जुटा हुआ है।
बिहार-झारखंड में बेचते हैं चोरी के फोन
एंड्राइड फोन चोर गिरोह ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि वह एनसीआर से चोरी-लूट के मोबाइलों को इकट्ठा कर बिहार और झारखंड में उनकी सप्लाई करता है, जहां उनकी बिक्री कम दामों पर करके अवैध धन अर्जित करते हंै। गिरोह में रुपयों का बंटवारा सभी में एक समान अनुपात में किया जाता है ताकि गिरोह में किसी प्रकार का विवाद न हो।
बाजार-भीड़भाड़ वाले क्षेत्र रहते थे निशाने पर
मोबाइल लुटेरों के निशाने पर एनसीआर के बाजार और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को निशाना बनाया जाता था। गिरोह के पांच लोग मिलकर चोरी करते थे और स्कूटी व मोटर साइकिल पर 2-2 साथी अलग से गिरोह के रहते थे जिनको चोरी के मोबाइल फोन लेकर तुरंत मौके से भगा दिया जाता था। कार व स्कूटी का मुकदमा लोनी व दिल्ली में दर्ज बताया है।