गाजियाबाद (करंट क्राइम )। जमीन अधिग्रहण को लेकर शाहपुर बम्हैटा में किसानों और बिल्डरों के बीच चल रहे विवाद में सोमवार को आदित्य बिल्डर्स के यहां एक बैठक हुई। बैठक में निर्णय लिया गया है कि किसानों के मुआवजा बढ़ाने पर दो दिन विचार विर्मश का समय लिया जाएगा। इसके बाद बिल्डर पक्ष अपनी राय रखेंगे। इस बैठक में एडीएम सिटी, एसडीएम सदर, जीडीए के प्रवर्तन दल के अधिकारियों सहित दोनों बिल्डरों के प्रमुख लोग और अधिवक्ता मौजूद रहे। वहीं किसानों की भी एक संयुक्त टीम इस बैठक में रही। प्रशासन की ओर से हुई इस बैठक में दो दिन का समय किसानों से लिया गया है। इस दौरान यहां पर बिल्डर कोई नया काम नहीं करेगा। अगर बिल्डर और किसानों की बातचीत मुआवजे को बढ़ाने पर बन जाती है तो आगे की कार्रवाई प्रशासन की अनुमति पर की जाएगी।
बता दें कि रविवार को किसानों की महापंचायत के बाद प्रशासन ने बिल्डरों का काम रुकवा दिया था। सोमवार को बैठक हुई जिसके बाद अब दो दिनों की मौहलत पर बात बनी है। गौरतलब है कि गाजियाबाद विकास प्राधिकरण एवं पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में अभियान चलाकर छह दिन पहले कार्रवाई की थी। इस दौरान मैसर्स उप्पल चड्ढा हाइटेक डेवलपर्स के प्रोजेक्ट पर विकास कार्यो में आ रही अड़चन को दूर करते हुए उच्च न्यायालय के आदेश पर सात एकड़ जमीन को कब्जामुक्त कराया गया था।
आदित्य ग्रुप द्वारा एनएच-9 के किनारे 185 एकड़ में आदित्य वर्ल्ड सिटी के नाम से इंटीग्रेटिड टाउनशिप बनाई जा रही है। छह दिन पहले प्रशासन ने जमीन कब्जामुक्त कराई थी। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों झड़प हो गई थी। तीन दिन पहले फिर से धरना देने पहुंचे ग्रामीण और पुलिस की झड़प हो गई थी। इस दौरान एक दारोगा घायल हो गए थे। बाद में 20 लोगों पर गंभीर धाराओं पर मुकदमा भी कविनगर थाने में दर्ज किया जा चुका है।