लखनऊ। 6 दिसंबर 1992 को बाबरी ढांचा ध्वस्त करने के मामले में, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती को कोर्ट के सामने पेश होकर 1000 प्रश्नों के जवाब देने होंगे।
मामले की सुनवाई कर रहे विशेष जज सुरेंद्र कुमार यादव ने पेशी के लिए कोई 19 तारीख निश्चित नहीं की है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले को निश्चित समय सीमा में निपटाने के आदेश अधिनस्थ कोर्ट को दिए हैं जिसके कारण यह माना जा रहा है, कि जल्द ही तीनों नेता कोर्ट के सामने पेश होंगे । अपने बयान दर्ज कराएंगे।