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ग़ाजियाबाद

गाजियाबाद डासना सीएचसी में गर्भवती की मृत्यु, परिवारीजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया

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गाजियाबाद के डासना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में एक गर्भवती महिला की मौत का मामला प्रकाश में आया है। परिवार के सदस्यों ने डॉक्टरों पर लापरवाही, पैसे की मांग और धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए हैं।

मृतका, सना, जो बिलाल की पत्नी थीं, को 24 मार्च को डासना सीएचसी में भर्ती कराया गया था। परिजनों का कहना है कि भर्ती के समय वह पूरी तरह स्वस्थ थीं, लेकिन इलाज में लापरवाही बरती गई।

सना के परिवार का आरोप है कि डिलीवरी से पहले अस्पताल की दो महिला डॉक्टरों – अंजलि और भारती यादव ने 2000 रुपये की मांग की। परिवार ने पैसे देने को तैयार होने के बावजूद, इलाज में कोई सुधार नहीं हुआ।

परिजनों के अनुसार, डॉक्टरों ने समय पर उचित उपचार नहीं किया, जिससे सना की स्थिति बिगड़ती गई। जब ब्लीडिंग अधिक होने लगी, तब उसे एमएमजी अस्पताल, गाजियाबाद में रेफर किया गया, लेकिन वहां से उसे जीटीबी अस्पताल, दिल्ली भेजा गया। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।

सना के ससुर, रियासत मेंबर ने बताया कि डॉक्टरों ने उन पर साइन कराने का दबाव डाला, वरना जेल भेजने की धमकी दी। उन्होंने कहा कि “हमने कहा कि पैसे भी दे देंगे, लेकिन इलाज सही करो। फिर भी उन्होंने लापरवाही बरती और हमारी बहू की जान चली गई।”

मृतका की सास, हसीना ने भी अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। परिवार ने डॉक्टरों और स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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ग़ाजियाबाद

गाजियाबाद में बाउंड्री वॉल के संबंध में जीडीए के दो पत्रों ने उत्पन्न किया विवाद, सोसाइटी के निवासी सुरक्षा को लेकर चिंतित

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गाजियाबाद। इंदिरापुरम क्षेत्र में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) के दो पत्रों ने विवाद उत्पन्न कर दिया है। अब लोग जीडीए के अपने ही आदेशों के खिलाफ नए आदेश जारी करने पर अधिकारियों की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं।

दरअसल, इंदिरापुरम की साया सोसाइटी में जीडीए ने पहले बाउंड्री वॉल निर्माण की अनुमति दी थी। लेकिन जब सोसाइटी के निवासियों ने निर्माण कार्य आरंभ किया, तब बिल्डर के लोगों ने इसका विरोध किया। आरोप है कि इस दौरान बिल्डर के बाउंसर ने सोसाइटी के लोगों के साथ मारपीट की और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया। यह घटना तब हुई जब बाउंसरों ने बाउंड्री वॉल का निर्माण रुकवाने की कोशिश की, और स्थानीय लोगों के विरोध पर उनका हिंसक व्यवहार सामने आया।

इस विवाद की जड़ जीडीए के दो पत्रों में है। पहले पत्र में जीडीए ने सोसाइटी को बाउंड्री वॉल निर्माण की अनुमति दी, लेकिन जब कार्य शुरू हुआ, तो बिल्डर के दबाव में जीडीए ने अगले ही दिन दूसरा पत्र जारी कर काम रोकने का आदेश दे दिया। यह स्थिति साफ दर्शाती है कि विकास प्राधिकरण बिल्डर के प्रभाव में काम कर रहा है।

सोसाइटी के निवासी अब बिल्डर के बाउंसरों से डरते हुए अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। इस सोसाइटी में अब तक बाउंड्री वॉल का निर्माण नहीं हुआ है और मुख्य मार्ग पर भारी ट्रैफिक गुजरता है, जो हादसों का कारण बन सकता है।

सोसाइटी के लोग जीडीए अधिकारियों से अपेक्षा रखते हैं कि वे सही निर्णय लेकर बाउंड्री वॉल निर्माण की अनुमति देंगे और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

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ग़ाजियाबाद

गाजियाबाद में यति नरसिंहानंद गिरी ने मोदी के खिलाफ बोले तीखे शब्द, कहा- मैं नरेंद्र मोदी के मुंह पर थूकना भी पसंद नहीं करता।

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Sure! Here’s a rewritten version of your content in Hindi:

गाजियाबाद। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के विवादास्पद बयान फिर से सामने आए हैं। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंह पर थूकना भी नहीं चाहता।” शनिवार को निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर साध्वी अन्नपूर्णा भारती के नेतृत्व में एक समूह दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री के आवास की ओर पैदल यात्रा कर रहा था। यह यात्रा कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन के लिए आयोजित की गई थी।

यात्रा के दौरान गाजियाबाद पुलिस ने यति नरसिंहानंद गिरी और उनके अनुयायियों को रास्ते में रोक दिया। इस पर यति नरसिंहानंद जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “हमें उत्तर प्रदेश सरकार से कोई शिकायत नहीं है। हम तो बस दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात करने जा रहे थे। योगी जी, आप तो एसी कमरों में हैं, जबकि हमने मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए अपनी मेहनत की है। मुझे मोदी से कुछ भी नहीं कहना है, मैं तो उनके मुंह पर थूकना भी नहीं चाहता।”

उन्होंने आगे कहा, “साध्वी अन्नपूर्णा भारती अपनी बात प्रधानमंत्री तक पहुंचाना चाहती थीं। हम शांतिपूर्वक जा रहे थे, लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने हमें रोक दिया। अब हम गर्मी में सड़क पर बैठे हैं। अगर पुलिस हमें इसी तरह रोकती रही, तो मजबूर होकर मुझे गाली देनी पड़ेगी, और फिर पुलिस हम पर लाठियां चलाएगी। पूरा जूना और निरंजनी अखाड़ा गाजियाबाद में खड़ा हो जाएगा।”

यति नरसिंहानंद ने पुलिस से मांग की कि साध्वी अन्नपूर्णा भारती को प्रधानमंत्री आवास तक जाने की अनुमति दी जाए। उन्होंने कहा कि वह अपनी बहन के साथ खड़े हैं और केवल शांतिपूर्वक विरोध दर्ज कराना चाहते हैं।

इस बीच, पुलिस प्रशासन स्थिति पर नज़र रख रहा है और उच्च अधिकारियों के निर्देश का इंतज़ार कर रहा है।

If you need further modifications, feel free to ask!

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उत्तर प्रदेश

पहलगांव हमले से खफा कुछ अति उत्साहित युवकों ने अपने गाँव और आस-पास के क्षेत्र मे…

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पहलगांव हमले से खफा कुछ अति उत्साहित युवकों ने अपने गाँव और आस-पास के क्षेत्र में मुस्लिमों के आने-जाने पर पाबंदी लगाई…

गाजियाबाद के लोनी के सिरौली गाँव के रहने वाले कुछ नव युवकों ने एक वीडियो बनाकर वायरल की है जिसमें वो मुस्लिमों के गांव में प्रवेश को प्रतिबंध करने की बात कह रहे है l एक वीडियो में वो सब्जी वाले फेरी वालों को गांव से भागते हुए सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे है l हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लेकर जांच शुरू की है l
इस तरह की किसी भी हरकत को किसी भी मायने में सही नहीं ठहराया जा सकता l नौजवानों को आवेश में आकर ऐसे किसी भी कदम उठाने से बचना चाहिये…….

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