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ग़ाजियाबाद

गाजियाबाद में नगर आयुक्त ने जनसुनवाई के दौरान सुनीं शिकायतें

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गाजियाबाद: नगर निगम कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई के दौरान नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक के समक्ष 19 शिकायतें प्रस्तुत की गईं। इनमें स्वास्थ्य विभाग, टैक्स विभाग, और अवैध अतिक्रमण से संबंधित पांच-पांच शिकायतें सबसे अधिक थीं, जिन पर अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

इंदिरापुरम मकनपुर से अवैध खोके हटाने के लिए एक शिकायत आई। सिटी जोन से साफ-सफाई और अवैध अतिक्रमण से सम्बन्धित 11 शिकायतें प्राप्त हुईं। कवि नगर जोन में हाउस टैक्स से संबंधित एक शिकायत दर्ज की गई। मोहन नगर जोन से अवैध अतिक्रमण और सीवर लाइन से जुड़ी तीन शिकायतें поступ हुईं, जबकि वसुंधरा जोन से पार्कों के अतिक्रमण हटाने के लिए दो शिकायतें मिलीं। विजयनगर से भी एक शिकायत प्राप्त हुई।

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि गाजियाबाद में अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं, जिससे आवागमन को सुगम बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्राप्त शिकायतों पर नगर निगम द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।

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पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में 30 मई तक जारी रहेगी धारा-163

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ईद-उल-जुहा और अन्य आयोजनों को लेकर लिया गया फैसला

गाजियाबाद : पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में 30 मई तक के लिए निषेधज्ञा लगा दी गई है। 30 मई की मध्यरात्रि तक पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में धारा-163 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 को लागू कर दिया गया है। पुलिस कमिश्नरेट में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं कानून व्यवस्था आलोक प्रियदर्शी द्वारा ईद उल जुहा का त्योहार अन्य धार्मिक, सांस्कृतिक समारोह आयोजन विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यक्रम और प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिगत कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा-163 लगाई गई है। जिसके तहत गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में किसी भी तरीके के हथियार, जुलूस में शामिल बिना अनुमति के रैली नहीं होगी। वहीं सम्मेलन करने को लेकर प्रतिबंध रहेगा। वहीं कोई भी व्यक्ति अपने साथ शास्त्र, विस्फोटक पदार्थ, जलनशील पदार्थ, किसी प्रकार का हथियार, कांच की बोतले, सोड़ा बॉटल, पेट्रोल बोतल में आदि लेकर नहीं चलेगा। वहीं होटल, धर्मशाला में बिना पहचान पत्र के किसी को रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं सोशल मीडिया और किसी भी प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से कोई भी ऐसी सामग्री प्रसारित नहीं की जाएगी, जिससे जनभावनाएं आहत हों। वहीं एनजीटी के नियमों का पालन करते हुए डीजे और अन्य ध्वनि उपकरण बजाए जाएंगे। वहीं परीक्षा केंद्रों के आसपास भी पूरी सतर्कता एवं किसी भी परीक्षा केंद्र में मोबाइल फोन, स्मार्टफोन स्मार्ट वॉच, इलेक्ट्रिक डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं रहेगी। वहीं किसी भी कार्यक्रम एवं आयोजन के माध्यम से जाम एवं सड़क को बंद नहीं किया जाएगा। साथ ही एयर बैलून और ड्रोन को लेकर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

कानून व्यवस्था की स्थिति रहेगी मजबूत : एडिशनल सीपी
करंट क्राइम : एडिशनल सीपी अपराध एवं कानून व्यवस्था आलोक प्रियदर्शी ने कहा है कि पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में 30 मई की मध्यरात्रि तक धारा-163 जारी रहेगी। इस दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति को कंट्रोल में रखने के लिए सभी उपाय अपनाए जाएंगे। वहीं मेट्रो स्टेशन से लेकर हिंडन एयर पोर्ट और प्रमुख और इलाकों पर भी विशेष निगरानी रखी जाएगी। साथ ही किसी भी तरीके के बड़े आयोजनों को बिना अनुमति के नहीं होने दिया जाएगा।

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ग़ाजियाबाद

छात्र की बेरहमी से पिटाई मामले में त्यागी समाज का पुलिस लाइन में धरना-प्रदर्शन

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थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी पर कार्रवाई की मांग

गाजियाबाद : मंगलवार को पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद की पुलिस लाइन में त्यागी समाज के लोगों ने मांगेराम त्यागी के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया। त्यागी समाज के लोगों की मांग थी कि वेव सिटी थाना अंतर्गत आईएमएस कॉलेज के छात्र ध्रुव त्यागी पर जिस तरीके से छात्रों और उनके साथियों द्वारा जानलेवा हमला किया गया है। उस मामले में पुलिस की लापरवाही रही है। साथ ही थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी पर मिली भगत का आरोप लगाते हुए दोनों को सस्पेंड करने की मांग की गई है। इस दौरान बड़ी संख्या में त्यागी समाज के लोग एकत्रित हुए और पुलिस के अधिकारियों से इस पूरे मामले में कार्रवाई करने की मांग की है । धरना-प्रदर्शन करीब एक बजे तक चला, मांगेराम त्यागी ने गाजियाबाद पुलिस को 72 घंटे का अल्टीमेट दिया है। साथ ही कहा है अगर आरोपियों पर सख्त कार्रवाई और पुलिसकर्मियों पर एक्शन नहीं लिया गया तो पुलिस लाइन में ही कढ़ाई चढ़ा दी जाएगी। बता दें कि बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ युवक एक छात्र को बेरहमी से पीटते हुए नजर आ रहे थे।
पांच आरोपी किए गए गिरफ्तार,पुलिस ने भेजा जेल
इस मामले में एसीपी वेव सिटी प्रियाश्री पाल ने जानकारी दी है कि इस मामले में पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर ध्रुव त्यागी के साथ मारपीट करने के मामले में सुमित,नकुल सांगवान, श्याम धामा, सुजल गौतम और अंश यादव को गिरफ्तार किया है। सभी नई उम्र के आरोपी हैं। पुलिस उनके आपराधिक इतिहास और अन्य मामलों की भी जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि इस मामले में वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, तो मंगलवार को पांच अन्य गिरफ्तार किए गए हैं। बता दें कि गंभीर रूप से घायल छात्र ध्रुव की हालत नाजुक हैं और वो एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं ध्रुव के दादा यूपी पुलिस के पूर्व अधिकारी भी हैं।

पुलिस के खिलाफ लगे नारे, तीन घंटे तक चला धरना प्रदर्शन
मंगलवार को पुलिस लाइन में त्यागी समाज के बैनर तले बड़ा धरना- प्रदर्शन किया गया। इस दौरान हापुड़ के रहने वाले छात्र ध्रुव त्यागी के मामले को लेकर गंभीरता दिखाने की आवाज बुलंद की गई। वहीं मांगेराम त्यागी का कहना है कि जिस तरीके से पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की है वह ठीक नहीं है। आरोपियों को हल्की धाराओं में जेल जाने से रोक लिया गया, वहीं 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है। इस दौरान मंगलवार को धरना प्रदर्शन करने वालों में मांगे राम त्यागी, आयुष त्यागी काकड़ा, केडी त्यागी, विनीत त्यागी, सुधीर त्यागी, पार्षद अमित त्यागी, मनोज त्यागी, मोनू त्यागी और संजय त्यागी सहित बड़ी संख्या में त्यागी समाज के लोग उपस्थित रहे।

पुलिस अधिकारियों की बढ़ गई थी टेंशन
मंगलवार को जैसे ही मांगेराम त्यागी अपने समर्थकों के साथ पुलिस लाइन पहुंचे तो तत्काल एसीपी कवि नगर स्वतंत्र सिंह, एसीपी वेव सिटी प्रियाश्री पाल, एसीपी ट्रैफिक जियाउद्दीन और कवि नगर थाना प्रभारी योगेंद्र मलिक कई चौकी प्रभारियों और पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। धरना प्रदर्शन पर बैठे लोगों को समझने और उनकी मांगों पर वार्ता की गई। इस दौरान कई बार वार्ता भी हुई वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाने पर भी विचार चला रहा लगभग दोपहर एक बजे जाकर धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।

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ग़ाजियाबाद

हाउस टैक्स के बिलों में गड़बड़ी पर भड़के नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक

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सिटी जोन के राजस्व निरीक्षक को किया सस्पेंड, नगर आयुक्त का फरमान बिल बढ़ाकर कम करने वालों की होगी जांच, दोषियों को भेजा जाएगा जेल

गाजियाबाद : नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने हाउस टैक्स में आने वाली अनियमितताओं की शिकायत पर नाराजगी जाहिर करते हुए विभाग की मंगलवार को अर्जेंट बैठक बुलाई। जिसमें कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए हैं। वहीं बैठक में चर्चा के समय सिटी जोन के राजस्व निरीक्षक उमेश प्रताप सिंह की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने की कार्रवाई की गई है।
वहीं नगर आयुक्त द्वारा हाउस टैक्स संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए निगम में बनी सिंगल विंडो में प्रतिदिन सुबह 9 से 12 बजे तक अधिकारियों को बैठने का निर्देश दिया गया है। वहीं सिटी जोन के गलत हाउस टैक्स बिल जारी होने पर नगर आयुक्त ने बिल बढ़ाकर कम करने वालों की जांच कराने और दोषियों को जेल भेजे जाने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि करदाताओं को भ्रमित करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। साथ ही भ्रामक करदाताओं को हाउस टैक्स नियमावली की संपूर्ण जानकारी दी जाए। इसके साथ ही संपत्ति कर नियमावली का प्रशिक्षण कर सेल्फ एसेसमेंट का भी लाभ स्थानीय लोग उठा सकते हैं। इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा है कि अगर किसी भी काउंटर या हाउस टैक्स के बिल को लेकर नगर निगम का कोई भी अधिकारी किसी तरीके की डिमांड करता है, तो उसपर भी एक्शन लिया जाएगा।

हर जोन की फाइलें होगी नगर आयुक्त की मेज पर, जांच के आदेश जारी
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा हाउस टैक्स के मामले को लगातार मिलने वाली शिकायतों पर एक्शन वाले मोड में आ गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को लाभ और छूट के बारे में आम लोगों को सारी जानकारी मुहैया कराने का निर्देश दिया है। साथ ही अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार को आदेशित किया गया है कि हाउस टैक्स संबंधित समस्याओं को प्रतिदिन सुबह 9 से 12 बजे तक सक्षम अधिकारियों द्वारा निपटाया जाए। इस दौरान उन्होंने अपने विभाग के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी जोन से पांच पांच फाइलें मंगवाकर उनकी जांच कराई जाए। साथ ही मुख्य कारण निर्धारण अधिकारी डॉ. संजीव को भी विभाग में अनियमित खोजने और प्रकरणों पर अभिलंब कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

अधिकारियों को निर्देश, स्पष्ट करें क्यों बढ़ रहा है हाउस टैक्स
नगर आयुक्त द्वारा बताया गया है कि गाजियाबाद नगर निगम लगातार सदन और शासन द्वारा बनाई गई योजनाओं के क्रम में कार्य कर रहा है। जिसमें करदाताओं को हाउस टैक्स नियमावली की संपूर्ण जानकारी विभाग द्वारा दी जाएगी। अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा जोनल प्रभारी को हाउस टैक्स के प्रति शहर वासियों को जागरूक करने के लिए विशेष जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही हाउस टैक्स बिल आवासियों से कमर्शियल होने की स्थिति में एरिया बढ़ाने की स्थिति में संपत्ति का सड़क पर आने की स्थिति में अन्य नियमावली क्रम में बढ़ा हुआ या बढ़ाने वाले को लेकर स्पष्ट स्थिति करने का निर्देश दिया गया है। वहीं क्षेत्रीय पार्षदों से भी संपर्क करते हुए जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया गया है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने शहरवासियों और करदाताओं से भी अपने हाउस टैक्स के खुद सेल्फ एसेसमेंट प्रक्रिया को अपनाने की अपील की है।

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