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देश

बिहार के उपमुख्यमंत्री के बयान पर मीसा भारती का जोरदार जवाब

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पटना। पाटलिपुत्र की सांसद मीसा भारती ने रविवार को पूर्व मंत्री एवं राजद नेता आलोक मेहता के घर पर ईडी की छापेमारी के संबंध में कहा कि चुनावों के निकटता के समय में हमारे नेताओं को परेशान करने का यह एक सामान्य चलन है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह पूरी तरह से राजनीतिक दृष्टिकोण से प्रेरित कार्रवाई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्षी नेताओं की छवि को धूमिल करने और उन पर दबाव बनाने का प्रयास कर रही है। पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “इस प्रकार की साजिशों से न तो हमारे नेता डरेंगे और न ही झुकेंगे। जनता भी समझ चुकी है कि यह सब चुनावी रणनीति का हिस्सा है। जिन मुद्दों पर सरकार को ध्यान केंद्रित करना चाहिए, उन्हें छोड़ कर वे विपक्ष पर हमले कर रहे हैं। जनता सब देख रही है और आगामी चुनाव में इसका जवाब देगी। हमारी लड़ाई जारी रहेगी और हम जनता की आवाज उठाते रहेंगे।”

मीसा भारती ने सांसद पप्पू यादव द्वारा बिहार बंद के आह्वान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आज रविवार है, इस दिन कॉलेज और कई अन्य संस्थान बंद रहते हैं। यह लोकतांत्रिक देश है, हर किसी को अपनी राय व्यक्त करने और प्रदर्शन करने का अधिकार है। उन्होंने आगे कहा कि हर व्यक्ति को अपनी बात रखने का हक है, लेकिन बंद से आम जनता को होने वाली परेशानी का भी ध्यान रखना चाहिए। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार को बिहार के विकास की चिंता करनी चाहिए, लेकिन ऐसा लगता है कि उनकी प्राथमिकताएं केवल बयानबाजी तक सीमित हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं, बेरोजगारों, अभ्यर्थियों और महिलाओं की समस्याओं से इन नेताओं को कोई सरोकार नहीं है। कानून-व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है, लेकिन ये लोग व्यक्तिगत हमले और अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। मीसा भारती ने कहा कि यदि उनके बयानों से बिहार में उद्योग खुलें, रोजगार के अवसर बढ़ें या जनता की समस्याओं का समाधान हो, तो उन्हें पूरी छूट है। लेकिन सच्चाई यह है कि उनकी बयानबाजी से बिहार को कुछ भी हासिल नहीं होने वाला। लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ अनावश्यक टिप्पणियां करके वे अपनी सोच का परिचय दे रहे हैं।

दिल्ली

पूरा भारत आपका आभारी रहेगाः पीएम मोदी

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अचानक एयरबेस पहुंचकर सेना के जवानों से मिले पीएम

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर पर राष्ट्र को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी आज सुबह आदमपुर एयरबेस पहुंचे। वहां उन्होंने वायुसेना के जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। पीएम मोदी ने जवानों से बातचीत की जिन्होंने उन्हें जानकारी दी। बहादुर जवानों से मिलकर पीएम मोदी खुश दिखे और उनका जोश बढ़ाया।
जवानों का बढ़ाया जोश इस बीच पीएम मोदी सेना के जवानों से बातचीत भी करते दिखे। जवानों ने उन्हें जानकारी दी और वो बहादुर जवानों से बातचीत करते हुए खुश दिखे। पीएम का यह दौरा पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था और इसकी किसी को पूर्व सूचना नहीं थी।

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देश

हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए मुर्शिदाबाद जाएंगी CM ममता

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वह मई के पहले सप्ताह में हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले का दौरा करेंगी. एक सरकारी कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं मई के पहले सप्ताह में मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करूंगी. वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क उठी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग अपने घरों से भाग गए.

बाद में यह विरोध प्रदर्शन मालदा, दक्षिण 24 परगना और हुगली सहित कई अन्य जिलों में फैल गया. यहां आगजनी, पथराव और सड़क जाम की खबरें आईं. पिछले हफ्ते, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता के न जाने के अनुरोध को नज़रअंदाज़ करते हुए मुर्शिदाबाद का दौरा किया था.

पीड़ित चाहते हैं सुरक्षा
आनंद बोस ने शनिवार को मुर्शिदाबाद का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पीड़ित सुरक्षा की भावना चाहते हैं और उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के समक्ष अपनी चिंताओं को उठाने का वादा किया. आनंद बोस ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वे सुरक्षा की भावना चाहते हैं और निश्चित रूप से कुछ अन्य मांगें और सुझाव भी हैं.

उन्होंने कहा कि इन सभी पर विचार किया जाएगा. हम उनके संपर्क में रहेंगे. निश्चित रूप से, बहुत प्रभावी सक्रिय कदम उठाए जाएंगे. मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर विपक्ष ने ममता पर निशाना साधा है. इस बीच, मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर राजनीति शुरू हो गई है, विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर तीखे हमले किए हैं और सत्ता में आने पर कार्रवाई करने की कसम खाई है.

जनता को गुमराह कर रही हैं
बीजेपी ने ममता की है सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा के पीछे लोगों के खिलाफ बुलडोजर से न्याय की धमकी दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद से हिंदुओं को खदेड़ा जा रहा है और उनसे एकजुट होने की अपील की गई है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ममता बनर्जी की स्थिति को गलत तरीके से संभालने के लिए दोषी ठहराया और उन पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि पुलिस रिपोर्ट उनके इस दावे का खंडन करती है कि बाहरी लोग जिम्मेदार थे.

माकपा ने न्यायिक जांच की मांग की है, जिसमें भाजपा और टीएमसी दोनों पर बेरोजगारी और मुद्रास्फीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए प्रतिस्पर्धी सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि दोनों पार्टियां 2026 के राज्य चुनावों से पहले मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के लिए मिलीभगत कर रही हैं. शक्ति प्रदर्शन में वामपंथी दल ने ब्रिगेड परेड मैदान में एक बड़ी रैली के साथ अपने अभियान की शुरुआत की.

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‘पांच दिन में हटाएं वीडियो…’, रामदेव के ‘शरबत जिहाद’ वाले बयान को दिल्ली हाईकोर्ट ने बताया अक्षम्य और अविश्वसनीय

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नई दिल्ली। हमदर्द के रूह अफजा के खिलाफ बाबा रामदेव की शरबत जिहाद टिप्पणी पर दिल्ली हाई कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि टिप्पणी ने अदालत की अंतरात्मा को झकझोर दिया है और यह अक्षम्य है। कोर्ट ने रामदेव के खिलाफ हमदर्द के मुकदमे की सुनवाई करते हुए ये टिप्पणी की है।
किसी ब्रांड या समुदाय का नाम नहीं लिया- रामदेव
हाल ही में रामदेव ने पतंजलि के गुलाब के शरबत का प्रचार करते हुए दावा किया था कि हमदर्द के रूह अफजा से अर्जित धन का उपयोग मदरसे और मस्जिद बनाने में किया जाता है। बाद में, रामदेव ने अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने किसी ब्रांड या समुदाय का नाम नहीं लिया।
रामदेव के खिलाफ मुकदमा दायर
बता दें कि हमदर्द ने रामदेव के वीडियो को सोशल मीडिया से हटाने की मांग करते हुए रामदेव के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। हमदर्द की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि यह एक चौंकाने वाले के साथ ही सांप्रदायिक विभाजन का मामला भी है। उन्होंने कहा कि रामदेव की टिप्पणी नफरत फैलाने वाले भाषण के समान है।

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