ग़ाजियाबाद
सुधरी गाजियाबाद की आबोहवा, कम हुआ एक्यूआई

गाजियाबाद। पिछले 24 घंटों में वायु गुणवत्ता सूचकांक में हल्की गिरावट आई है, जिससे थोड़ी राहत मिली है। जनपद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 202 दर्ज किया गया, जो इससे पहले के मुकाबले 55 अंक कम है। इसके साथ ही, लगभग 15 दिनों के बाद इंदिरापुरम का AQI भी सुधरा है, जहां की हवा बेहद खराब श्रेणी से अब खराब श्रेणी में आ गई है।
जनपद की हवा में कुछ सुधार देखा गया है। वहीं, वसुंधरा, लोनी और संजय नगर की हवा मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई है। यहां का AQI 200 से कम रहा, जबकि इंदिरापुरम का AQI 254 के स्तर पर रहा, जो खराब श्रेणी में आता है। पहले इंदिरापुरम का AQI लगातार 15 दिनों से 300 के पार था।
इस प्रकार, AQI के कम होने से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी विकास मिश्रा का कहना है कि मौसम के तापमान, हवा और बारिश का भी AQI पर प्रभाव पड़ता है, इसलिए इसे घटते-बढ़ते क्रम में दर्ज किया जा रहा है। विभाग द्वारा नियमित औचक निरीक्षण और पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है।
ग़ाजियाबाद
गाजियाबाद को टीबी मुक्त करने के लिए विशेष अभियान शुरू, अब तक सात लाख से अधिक लोगों की जांच की गई

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए जिला टीबी विभाग ने लगातार जमीनी स्तर पर अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसी सिलसिले में 31 दिसंबर 2024 को एक विशेष अभियान शुरू किया गया था, जिसके अंतर्गत अब तक सात लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इस स्क्रीनिंग में लगभग छह हजार मरीजों में टीबी संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह विशेष अभियान 24 मार्च 2025 तक जारी रहेगा, जिसके बाद जिला टीबी विभाग एक राउंडअप अभियान संचालित करेगा। इस अभियान के माध्यम से उन व्यक्तियों को भी पहचाना जाएगा जो अब तक स्क्रीनिंग से वंचित रह गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य जिले में टीबी संक्रमण को जड़ से समाप्त करना और हर संक्रमित मरीज को समय पर उचित चिकित्सा प्रदान करना है। जानकारी के अनुसार, जिन मरीजों में टीबी की पुष्टि हुई है, उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। साथ ही, निक्षय पोषण योजना के तहत प्रत्येक मरीज को पोषण सहायता के रूप में एक हजार रुपये प्रति माह दिए जा रहे हैं, ताकि उनके पोषण स्तर में सुधार हो सके और वे शीघ्र स्वस्थ हो सकें।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. ए.के. यादव ने बताया कि गाजियाबाद को टीबी मुक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान संभावित मरीजों की बड़ी संख्या की पहचान की जा रही है और उन्हें त्वरित उपचार प्रदान किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य जिले में टीबी को पूरी तरह समाप्त करना है। उन्होंने बताया कि अब तक 7,29,817 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 2030 तक टीबी मुक्त होने का लक्ष्य रखा है, जबकि केंद्र सरकार ने 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का संकल्प लिया है और इस दिशा में सक्रियता से कार्य कर रही है। हमारा लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों का सफल उपचार करना है।
ग़ाजियाबाद
भाजपा विधायक को पुलिस से ही हत्या का खतरा, योगी पर अधिकारियों ने किया तंत्र-मंत्र!

गाजियाबाद। लोनी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर को पुलिस से जान का खतरा है और उन्हें अपनी हत्या की आशंका है। उनका मानना है कि उत्तर प्रदेश के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तंत्र-मंत्र के जरिए अपने नियंत्रण में ले रखा है।
गुरुवार को लोनी क्षेत्र में कथावाचक अतुल कुमार की कथा का आयोजन हुआ, जिसके पूर्व कलश यात्रा निकाली गई थी। पुलिस का कहना है कि इस कलश यात्रा के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी, जिसके बारे में विधायक और उनके पुत्र को फोन पर सूचित किया गया था। इसके बावजूद कलश यात्रा आयोजित की गई। जब पुलिस ने कलश यात्रा रोकने की कोशिश की, तो विधायक और उनके समर्थकों के साथ हाथापाई की स्थिति उत्पन्न हो गई। विधायक नंदकिशोर गुर्जर का आरोप है कि पुलिस ने एसडीएम की अनुमति के बावजूद कलश यात्रा को रोकने की कोशिश की और उनके साथ भी मारपीट की, जिससे उनका कुर्ता फट गया, जिसके बाद उन्होंने धरना दिया।
यह मामला कल से ही गरमाया हुआ है। आज विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने पुलिस पर और भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद पुलिस और प्रदेश के उच्चाधिकारियों ने उनकी हत्या की साजिश रची है और कल के कलश यात्रा के दौरान दंगा कराकर अधिकारियों ने उनका कत्ल कराने की कोशिश की थी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश में रोजाना 50,000 गायों की हत्या की जा रही है और गायों के हत्यारों से अधिकारियों को रिश्वत मिलती है, जो कि प्रमुख सचिव तक पहुंचती है।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर यह मानते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अधिकारियों के प्रभाव में हैं। उनका कहना है कि अधिकारियों ने तांत्रिक क्रियाओं के जरिए मुख्यमंत्री को अपने नियंत्रण में कर रखा है।
विधायक ने यह भी बताया कि वह अपनी सुरक्षा के लिए विधानसभा अध्यक्ष और न्यायालय से मदद मांगेंगे और न्याय मिलने तक वह नंगे पैर रहेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि कमिश्नर सिस्टम शुरू होने के बाद भ्रष्टाचार में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
गाजियाबाद में भाजपा विधायक और पुलिस के बीच चल रहे इस विरोध पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया पर टिप्पणी की है। उन्होंने मुख्यमंत्री को निशाना बनाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के विधायकों के समायोजन के लिए एक “धमकी मंत्रालय” बनाया जाना चाहिए, जिसमें मंत्री बनने के लिए योग्य उम्मीदवार पहले से ही मौजूद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र में उनसे अधिक योग्यता और अनुभव किसी और के पास नहीं है।
ग़ाजियाबाद
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने की जनसुनवाई, प्राथमिकता के आधार पर करें शिकायतों का निस्तारण : डीएम

गाजियाबाद। कलेक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में जिलाधिकारी दीपक मीणा द्वारा जनसुनवाई की गयी। इस दौरान जन सुनवाई हेतु आए प्रार्थियों/ शिकायतकर्ताओं द्वारा जिलाधिकारी को क्रमवार अपनी—अपनी समस्याओं के संबंध में पत्र प्रेषित करते हुए अपनी समस्या से अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने सभी की शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुनते हुए कहा कि जनसुनवाई में आई शिकायतों एवं समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण गुणवत्ता के साथ समाधान कराया जायेगा। जनसुनवाई के दौरान एडीएम एल/ए विवेक मिश्र उपस्थित रहे।
-
Entertainment21 hours ago
Trending Video: 0 KILL 0 DAMAGE 😳 GOLD TO GRANDMASTER CHALLENEGE ☠️ || DESI GAMERS
-
मोदीनगर14 hours ago
जिला पंचायत सदस्य ने शराब ठेका नीलामी को निरस्त करने की मांग उठाई
-
चिंटू जी19 hours ago
चिंटू जी
-
पुलिसनामा14 hours ago
जारी है र्वकिंग वाले टू-स्टारों की सर्चिंग
-
देश10 hours ago
विधायकों की अनदेखी करने वाले अधिकारियों पर होगी सख्त कार्रवाई: दिल्ली सरकार
-
मोदीनगर10 hours ago
दो आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज
-
Entertainment17 hours ago
Trending Video: CHERRY LEFT US💔
-
ग़ाजियाबाद14 hours ago
आवास आयुक्त उत्तर प्रदेश से वार्ता के बाद समाधान निकालने के किए जाएंगे प्रयास: जिलाधिकारी