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दिल्ली के सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से भी श्रेष्ठ – सीएम आतिशी

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नई दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने झिलमिल क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में नए एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन किया। इस स्कूल में विभिन्न विषयों के लिए 6 लैब्स, एक विश्वस्तरीय हॉकी मैदान और 5 बहुउद्देशीय हॉल स्थापित किए गए हैं। इस अवसर पर आतिशी ने कहा कि दिल्ली की ‘शिक्षा क्रांति’ के कारण सरकारी स्कूलों के छात्रों में प्राइवेट स्कूलों के छात्रों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन का आत्मविश्वास विकसित हुआ है।

अरविंद केजरीवाल के दृष्टिकोण के तहत, हर बच्चे को बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से झिलमिल कॉलोनी के स्कूल में बच्चों के लिए एक अत्याधुनिक एकेडमिक ब्लॉक समर्पित किया गया है। सीएम आतिशी ने बताया कि इस नई इमारत में शानदार कक्षाएं, 6 हाईटेक लैब्स, मल्टीपरपज हॉल, लिफ्ट और अन्य अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। 10 साल पहले सरकारी स्कूलों में ऐसी सुविधाएं एक सपना हुआ करती थीं, और छात्रों में अक्सर यह खयाल रहता था कि काश वे भी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ सके।

लेकिन, पिछले 10 वर्षों में केजरीवाल की शिक्षा क्रांति ने इस खयाल को बदलते हुए बच्चों को आत्मविश्वास दिया है कि वे प्राइवेट स्कूलों के छात्रों से किसी भी लिहाज से कम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को लाखों रुपये का पैकेज मिल रहा है। ‘इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी फॉर विमेन’ से एक छात्रा को 82 लाख रुपये का पैकेज मिला है।

2014 में दिल्ली के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में केवल 83,600 सीटें थीं, जबकि अब यह संख्या बढ़कर 1,55,000 तक पहुंच गई है। ‘आप’ सरकार ने दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी सहित कई नई यूनिवर्सिटियों की स्थापना की है। विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में एडमिशन सीटों की संख्या बढ़ाकर छात्रों के लिए बेहतर शिक्षा के अवसर प्रदान किए गए हैं।

सीएम ने यह भी बताया कि आपके बच्चों की 12वीं की पढ़ाई के बाद भी उच्च शिक्षा की गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए दिल्ली की ‘आप’ सरकार ने बेहतरीन कॉलेज और विश्वविद्यालय तैयार किए हैं। केजरीवाल की शिक्षा क्रांति का यह असर स्पष्ट है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों के परिणाम उत्कृष्ट आ रहे हैं। बच्चे जेईई-नीट के एग्जाम पास कर रहे हैं। दिल्ली में 4 लाख बच्चे प्राइवेट स्कूलों से नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में दाखिला ले रहे हैं। इसके अलावा, दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चे फ्रांस जाकर फ्रेंच की शिक्षा भी ले रहे हैं।

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पूरा भारत आपका आभारी रहेगाः पीएम मोदी

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अचानक एयरबेस पहुंचकर सेना के जवानों से मिले पीएम

नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर पर राष्ट्र को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी आज सुबह आदमपुर एयरबेस पहुंचे। वहां उन्होंने वायुसेना के जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। पीएम मोदी ने जवानों से बातचीत की जिन्होंने उन्हें जानकारी दी। बहादुर जवानों से मिलकर पीएम मोदी खुश दिखे और उनका जोश बढ़ाया।
जवानों का बढ़ाया जोश इस बीच पीएम मोदी सेना के जवानों से बातचीत भी करते दिखे। जवानों ने उन्हें जानकारी दी और वो बहादुर जवानों से बातचीत करते हुए खुश दिखे। पीएम का यह दौरा पूरी तरह से गोपनीय रखा गया था और इसकी किसी को पूर्व सूचना नहीं थी।

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हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए मुर्शिदाबाद जाएंगी CM ममता

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वह मई के पहले सप्ताह में हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले का दौरा करेंगी. एक सरकारी कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं मई के पहले सप्ताह में मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करूंगी. वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क उठी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग अपने घरों से भाग गए.

बाद में यह विरोध प्रदर्शन मालदा, दक्षिण 24 परगना और हुगली सहित कई अन्य जिलों में फैल गया. यहां आगजनी, पथराव और सड़क जाम की खबरें आईं. पिछले हफ्ते, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ममता के न जाने के अनुरोध को नज़रअंदाज़ करते हुए मुर्शिदाबाद का दौरा किया था.

पीड़ित चाहते हैं सुरक्षा
आनंद बोस ने शनिवार को मुर्शिदाबाद का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि पीड़ित सुरक्षा की भावना चाहते हैं और उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों सरकारों के समक्ष अपनी चिंताओं को उठाने का वादा किया. आनंद बोस ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वे सुरक्षा की भावना चाहते हैं और निश्चित रूप से कुछ अन्य मांगें और सुझाव भी हैं.

उन्होंने कहा कि इन सभी पर विचार किया जाएगा. हम उनके संपर्क में रहेंगे. निश्चित रूप से, बहुत प्रभावी सक्रिय कदम उठाए जाएंगे. मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर विपक्ष ने ममता पर निशाना साधा है. इस बीच, मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर राजनीति शुरू हो गई है, विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर तीखे हमले किए हैं और सत्ता में आने पर कार्रवाई करने की कसम खाई है.

जनता को गुमराह कर रही हैं
बीजेपी ने ममता की है सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा के पीछे लोगों के खिलाफ बुलडोजर से न्याय की धमकी दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद से हिंदुओं को खदेड़ा जा रहा है और उनसे एकजुट होने की अपील की गई है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ममता बनर्जी की स्थिति को गलत तरीके से संभालने के लिए दोषी ठहराया और उन पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि पुलिस रिपोर्ट उनके इस दावे का खंडन करती है कि बाहरी लोग जिम्मेदार थे.

माकपा ने न्यायिक जांच की मांग की है, जिसमें भाजपा और टीएमसी दोनों पर बेरोजगारी और मुद्रास्फीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए प्रतिस्पर्धी सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने दावा किया कि दोनों पार्टियां 2026 के राज्य चुनावों से पहले मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के लिए मिलीभगत कर रही हैं. शक्ति प्रदर्शन में वामपंथी दल ने ब्रिगेड परेड मैदान में एक बड़ी रैली के साथ अपने अभियान की शुरुआत की.

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‘पांच दिन में हटाएं वीडियो…’, रामदेव के ‘शरबत जिहाद’ वाले बयान को दिल्ली हाईकोर्ट ने बताया अक्षम्य और अविश्वसनीय

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नई दिल्ली। हमदर्द के रूह अफजा के खिलाफ बाबा रामदेव की शरबत जिहाद टिप्पणी पर दिल्ली हाई कोर्ट ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि टिप्पणी ने अदालत की अंतरात्मा को झकझोर दिया है और यह अक्षम्य है। कोर्ट ने रामदेव के खिलाफ हमदर्द के मुकदमे की सुनवाई करते हुए ये टिप्पणी की है।
किसी ब्रांड या समुदाय का नाम नहीं लिया- रामदेव
हाल ही में रामदेव ने पतंजलि के गुलाब के शरबत का प्रचार करते हुए दावा किया था कि हमदर्द के रूह अफजा से अर्जित धन का उपयोग मदरसे और मस्जिद बनाने में किया जाता है। बाद में, रामदेव ने अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने किसी ब्रांड या समुदाय का नाम नहीं लिया।
रामदेव के खिलाफ मुकदमा दायर
बता दें कि हमदर्द ने रामदेव के वीडियो को सोशल मीडिया से हटाने की मांग करते हुए रामदेव के खिलाफ मुकदमा दायर किया है। हमदर्द की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने कहा कि यह एक चौंकाने वाले के साथ ही सांप्रदायिक विभाजन का मामला भी है। उन्होंने कहा कि रामदेव की टिप्पणी नफरत फैलाने वाले भाषण के समान है।

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