देश
गाजियाबाद : बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान के लिए विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने चेक किए आधार कार्ड
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लोनी, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के बाद अब पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में भी बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान करने का अभियान तेज हो गया है। गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने शुक्रवार को अपने इलाके में बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं के पहचान पत्र और आधार कार्ड चेक किए। उन्होंने पाया कि अधिकांश लोग जिनके पास दिल्ली के आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र थे, वे वास्तव में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से थे।
विधायक मीडिया से कहा कि देश में घुसपैठियों के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उन्हें बाहर निकालने के लिए कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। देश में सेना का शासन लागू किया जाना चाहिए ताकि जो घुसपैठिए हमारे देश में आए हैं, उन्हें बाहर निकाला जा सके। अगर पुलिस ने सख्त एक्शन नहीं लिया तो मुझे और हिंदूवादी संगठनों को मिलकर इन घुसपैठियों को बाहर निकालना पड़ेगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार, खासकर अरविंद केजरीवाल देश के साथ गद्दारी कर रहे हैं। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को बसाया है, ताकि चुनावी लाभ लिया जा सके। दिल्ली के चारों तरफ के इलाकों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यह लोग विभिन्न सरकारी दस्तावेज जैसे वोटर कार्ड और आधार कार्ड के साथ स्थानीय इलाकों में बसे हुए हैं। इन घुसपैठियों को बिजली, पानी और अन्य सरकारी सेवाएं दी जा रही हैं। फर्जी आधार कार्ड के माध्यम से घुसपैठियों को लाभ मिल रहा है, जबकि सामान्य नागरिकों को बिना रिश्वत दिए ये सेवाएं नहीं मिलतीं।
उन्होंने कहा कि अगर यह स्थिति जस की तस रही तो देश में गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है, जैसा कि बांग्लादेश में हुआ है। असम और महाराष्ट्र की तरह उत्तर प्रदेश में भी बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को बाहर निकालने के लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि इन घुसपैठियों के कारण अपराध बढ़े हैं। गायों की हत्या, चोरी और बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने पुलिस और बिजली विभाग को भ्रष्टाचार के आरोपों में घेरते हुए कहा कि इन विभागों की लापरवाही के कारण घुसपैठियों को यहां रहने का मौका मिल रहा है।
विधायक ने कहा कि अगर सरकार कड़ी कार्रवाई नहीं करती, तो इसे लेकर हिंदूवादी संगठन और स्थानीय नागरिकों को मिलकर आवाज उठानी पड़ेगी। घुसपैठियों को अब इस देश से बाहर निकालना बेहद जरूरी है और इसके लिए सेना को भी सख्त कदम उठाने चाहिए।
–आईएएनएस
पीएसके/एकेजे
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सिरकटी महिला की शिनाख्त नहीं कर पाई पुलिस, सात टीमें लगी है जांच में
नोएडा। करंट क्राइम। नोएडा की कमिश्नरेट पुलिस अभी तक सिर कटी लाश की गुत्थी को नहीं सुलझा पाई है।
सेक्टर-82 स्थित पुलिस चौकी के पास नाले में एक महिला की सिर कटी लाश मिली थी। लाश मिलने के 24 घंटे बाद भी पुलिस मृतक महिला की पहचान नहीं कर पाई है। पुलिस ने आसपास की झुग्गियों में रहने वालों से पूछताछ की लेकिन शनिवार दोपहर तक किसी ने मृतक महिला की शिनाख्त नहीं की।
पुलिस का कहना है कि महिला का सिर और दोनों हथेलियां कटी होने से शिनाख्त में परेशानी हो रही है। सेक्टर-39 थाने की पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाकर 400 से अधिक सीटीवीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। घटनास्थल से 3 किमी एरिया में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। साथ ही 3 दिन में वहां से गुजरे 500 से अधिक वाहनों की जांच की लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया।
एडीसीपी सुमित कुमार शुक्ला ने बताया कि महिला की पहचान के लिए टीमों का गठन किया गया है। करीब सात टीमें बनाई गई है। सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है। महिला की पैरों की उंगलियों में बिछुआ पाया गया। ऐसे में पुलिस का मानना है कि महिला शादीशुदा है। शायद पति ने ही हत्या कर लाश फेंक दी हो। करीब 30 वर्षीय विवाहित महिला की गर्दन व हाथ काटकर निर्मम हत्या की गई। महिला का शव सेक्टर-82 कट चौकी के पास निर्वस्त्र हालत में सर्विस रोड के नाले में तैरता मिला। अभी तक कटे अंग नहीं मिले है।
शव की हालत देखकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए – महिला का सिर गायब था और दोनों हथेलियां काटी गई थीं। इससे स्पष्ट है कि हत्यारे ने पहचान छिपाने के लिए यह जघन्य अपराध किया है।
