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गरम मसाला

सिटी में पहली बार आईपीएस को मिला थाना

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पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम गाजियाबाद में लगातार बदलाव व तबादलों की लिस्ट आती रहती हैं। वहीं बीते दिनों चार थानों के प्रभारी बदलने की लिस्ट भी पुलिस कमिश्नरेट वाले सिस्टम गाजियाबाद में आई थी। इस लिस्ट ने कई ऐसे फेस बदले जो लंबे समय से जमे हुए थे। तो कई के दिल को भी तोड़ने का काम किया है। वहीं पुलिस कमिश्नरेट वाले लोकल सूत्र कर रहे हैं कि आने वाले तीन महीनों या उससे पहले भी एक बार बदलाव वाला मामला फिर से देखने को मिलेगा। वहीं पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम गाजियाबाद में आई उस लिस्ट ने तो पहली बार सिटी जोन में किसी आईपीएस को थाने का प्रभार दिलवाया है। वहीं पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम गाजियाबाद वाले सूत्रों से जानकारी मिली है कि खेत के इलाके वाले थाने पर लगभग तीन महीने के आसपास थाना प्रभारी वाला चार्ज
एक आईपीएस अधिकारी के पास रहेगा। वहीं पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम गाजियाबाद वाले सूत्र बता रहे हैं कि लंबे समय बाद देहात के थाने को छोड़ सिटी वाले थाने पर आईपीएस की तैनाती की गई है। बताया जा रहा है जिन
आईपीएस को थाने वाला चार्ज मिला है, उनकी ट्रेनिंग भी पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद से ही शुरू हुई थी और उन्होंने इस बार की लाइन में परेड वाली कमान भी सेकंड कमांडर के रूप में संभाल ली थी। इसके साथ ही पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद सिस्टम में फिर चर्चा शुरू हो गई है कि क्या तीन महीने बाद फिर सिटी में किसको मौका मिलेगा। हालांकि अब सिटी वाले जोन में किसी भी थाने पर अब थानाध्यक्ष के रुपय में टू-स्टार नहीं है। देखना होगा तीन महीने बाद सिटी में किस टू-स्टार को पोस्ट किया जाता है या फिर यहां कोई थ्री-स्टार अपनी दावेदारी पेश करेगा। पुलिस कमिश्नरेट वाले सूत्र जानकारी दे रहे हैं कि तीन महीने बाद एक बार फिर सिटी जोन के समीकरण बदलेंगे। पुलिस के सूत्र बता रहे हैं कि इस में दो थाना प्रभारी पर बदलाव वाला आदेश भी आ सकता है, अगर स्थिति बिगड़ी तो उससे पहले भी कोई नई तबादला एक्सप्रेस सिटी वाले जोन में भी चल सकती है। देखना होगा तीन महीने का सफर आईपीएस अधिकारी बतौर थाना प्रभारी कैसे निभाते हैं। वैसे सुनने में आया है कि वह अपने एक अधीनस्थ अधिकारी से वर्किंग स्टाइल और अन्य विषयों पर खुलकर बात चीत कर चुके हैं।देखना होगा इसका उनको कितना फायदा, इस पहली पोस्टिंग में फील्ड पर मिलने वाला है।

उठते सवालों का करंट

उठते सवालों का करंट

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क्यों कहा कहने वाले ने कि हम आपको बता रहे हैं अंदर की बात? नदिया पार के एक मंडल का प्रवास आया था मीत जी के हाथ? फिर ना जाने क्या हुई ऐसी बात? बदलने वालों ने प्लान बदल दिया साहब? अचानक उनके हाथ से ले ली गई ये जिम्मेदारी? कहने वाले ने कहा ये सब कुछ भगवा मंडल कमिश्नर की शिकायत पर हुआ? सुना है मिस्टर मीत कुछ ज्यादा ही करके दिखा रहे थे इस मैटर में तैयारी?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा किसान वाले सरताज? इस वक्त चल रहे हैं बहुत ज्यादा कन्फ्यूज? बड़ी बड़ी मीटिंगे करने के बावजूद, उनको डर लग रहा है कि योद्धा के सिस्टम से वो हो ना जाये रिफ्यूज? उन्हें मेन टीम में आने पर अभी भी लग रहा है डाउट? वो अपने मोर्चे को भी पूरी शिद्दत से पकड़ कर बैठे हैं? क्योंकि वो नहीं होना चाहते हैं संगठन के सिस्टम से आउट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि नदिया पार के भगवा कमिश्नर मिस्टर त्यागी अपनी टीम में बिरादरी वाले ही एक चेहरे को देना चाहते हैं स्थान? उनकी तमन्ना है कि उनकी बिरादरी के ब्रदर को मिल जाये महानमंत्री वाला काम? कहने वाले कह रहे हैं जिस चेहरे ने निर्दलीय चेहरे को की हो निगम चुनाव में सपोर्ट? हमें समझ नहीं आ रहा भगवा कमिश्नर कयों लगाना चाह रहे हैं ऐसे चेहरे पर ओके की रिपोर्ट? वो किसी भगवा चेहरे को ही टीम में स्थान दें? ऐसा नहीं हुआ तो हमारे दिल को लगेगी बहुत ज्यादा चोट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हाऊस टैक्स वाले मुद्दे पर जब जाननी चाही जानने वाले ने भगवा मैम्बर डागर, हिमांशु जी, विनय जी और सतेन्द्र जी से राय? सुना है इन्होंने राय देने से कर दिया मना? कहा आप इस मुद्दे पर हमारा बयान ना लगायें? कहने वाले ने कहा इनकी चुप्पी पर हमें हो रहा है डाउट? ये बिरादरी सिस्टम को कर रहे है लाउड? मगर हमें हैरानी इस बात पर है कि इस मुद्दे पर क्यों खामोश कर ली है मिस्टर पहलवान ने जुबान? उनका तो बिरादरी वाला भी सिस्टम नहीं बैठता है? कम से कम उनको तो इस मुद्दें पर देना चाहिए था बयान?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हम बढेÞ हुए हाऊस टैक्स वाले मुद्दे पर भगवा जय और वीरू की खामोशी पर हैं हैरान? आखिर क्यों बंद की हुई है दोनों ने इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर जुबान? कहने वाले ने कहा अगर मेरे सामने उपाध्यक्ष जीडीए बोर्ड मैम्बर बनाम जनता के मुद्दे की होती बात? सच बता रहा हूं मैं जनता का देता साथ? मैं करता उनका सपोर्ट? आखिर मैं मैम्बर तभी बना हूं जब जनता ने दिया है मुझको वोट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हमारी गलतफहमी हो गई उस वक्त दूर? जब हमने भगवा सौलंकी को हाऊस टैक्स वाले मुद्दे पर आवाज उठाते हुए देखा हुजुर? हमको लग रहा था कि वो उपाध्यक्षी और बोर्ड मैम्बरी के आगे नहीं खोलेंगे अपनी जुबान? मगर पूरी शिद्दत से उन्होंने इस मामले को उठाकर खींचा है हमारा ध्यान? भगवा सौलंकी दिख रहे हैं जनता के साथ? इसलिए फिर से देगी जनता उनको जीत का आशीर्वाद?

क्यों कहा कहने वाले ने कि जब शहर विधानसभा में निकली शौर्य तिरंगा यात्रा? यहां पर हमें खूब सुनाई दे रही थी भगवा कमांडर की जिंदाबाद वाले नारों की मात्रा? कहने वाले ने कहा उनके नारों में दब गई कई प्रमुख चेहरों के नारों की आवाज? कहने वाले ने कहा यात्रा के शुरूआती चरण से लेकर अंतिम चरण तक गूंज रही थी भगवा कमांडर के लिए जिंदाबाद वाली आवाज?

क्यों कहा कहने वाले ने कि कोई कितना ही बना ले युवा राम के खिलाफ प्लान? हम देख रहे हैं भगवा योद्धा उन पर हैं पूरी शिद्दत से मेहरबान? एक घटना के बाद वो अभी भी लेकर चल रहे हैं राम को अपने साथ? दे रहे हैं संदेश, मैं जिसका हूं हर परिस्थिति में रहता हूं उसके साथ? सोमवार को भगवा योद्धा के साथ युवा राम के हुए कई जगह दीदार? कहने वाले ने कहा अब विरोध का माहौल बनाने से कुछ नहीं मिलने वाला विरोधियों को कर लेनी चाहिए अपनी हार स्वीकार?

क्यों कहा कहने वाले ने कि शहर में निकली तिरंगा यात्रा में उमड़ी भीड को देखकर हम हो गये विधायक संजीव शर्मा के मैनेजमेंट के मुरीद? कहने वाले ने कहा शहर वाले तो उनके साथ नजर आ ही रहे थे मगर साहिबाबाद और मुरादनगर वाले भी पूरी यात्रा में दिख रहे थे उनके नजदीक? यात्रा में हमें हुए उनके मित्र पहलवान के दीदार? पार्षद राहुल शर्मा भी नारे लगा रहे थे जोरदार? देखते ही बन रही थी मुरादनगर के गोपाल जी की मुस्कुराहट? भीड़ में मिस्टर सारस्वत भी दर्ज करा रहे थे अपनी आहट? कहने वाले ने कहा कमांडर की ये तैयारी भविष्य में देगी कई दावेदारों को डेंट? आखिर अभी भी कायम है उनका पुराना वाला मैनेजमेंट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा राम के लक्ष्मण को रहना होगा सावधान? बनाने वाले बना रहे हैं उनकी पूरी रिपोर्ट? वो कार्यक्रम में कितनी भीड़ लाते हैं इसका रखने वाले रख रहे हैं पूरी शिद्दत से ध्यान? सुना है शहर वाली तिरंगा यात्रा में भी कई चेहरों की उनके मैंनेजमेंट पर थी नजर? हमें पता चला है हमें पता चला है करने वाले कर रहे हैं उनकी बहुत ज्यादा फिक्र ?

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चिंटू जी

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उठते सवालों का करंट

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क्यों कहा कहने वाले ने कि जिस तरह भगवा कमांडर संजीव शर्मा कर रहे हैं जनता के काम? कार्यकर्ताओं के घर पहुंच कर दे रहे हैं वो रोज अपने तन के पैगाम? कहने वाले ने कहा सुबह करते हैं घर पर जनसुनवाई और उसके बाद शुरू हो जाते हैं उनके जनसम्पर्क के प्रोग्राम? कहने वाले ने कहा अगर उनकी यूं ही स्पीड बनी रही, तो हमें लग रहा है कहीं आ ना जाये उनका सबसे एक्टिव जनप्रतिनिधि के तौर पर वर्ल्ड बुक में नाम? कहने वाले ने कहा हम तो ये सोच रहे हैं आखिर हमारे माननीय जी कब करते होंगे आराम?

क्यों कहा कहने वाले ने कि इसमें कोई शक नहीं कि कमांडर के दोस्त पहलवान हर प्रोग्राम में मेहनत करते हैं खास? कार्यक्रमों को सफल कराने का उनका पुराना है इतिहास? कहने वाले ने कहा हाल ही में उन्होंने सफल तिरंगा यात्रा का भी सम्पन्न किया है प्रोग्राम? हमारी अब इस बात पर नजर है कि आज वो दोस्त की तिरंगा यात्रा पर देंगे ध्यान? क्या नदिया के उस पार से इस आकर वो करेंगे दोस्त की फिक्र? यूं ही मैं इस बात को नहीं कह रहा था? कहीं बैठा था वहां हो रहा था कुछ शहर सीट से पहलवान की दूरियों का जिक्र?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा जनप्रतिनिधि के पास जब भी कोई जाता है अपनी मन की ले के अरदास? सुना है वो इस अरदास को दिल और दिमाग दोनों तरीके से सॉल्व करते हैं? हिसाब लगाते हैं कहां दिल लगाना है और कहां दिमाग? पता चला है एक ओबीसी चेहरा गया था उनके पास? पूछा था क्या मैं भगवा योद्धा के पास लगा दूं कुछ मिलने की अरदास? सामने से जनप्रतिनिधि ने कहा कि हमें नहीं है तुम्हारे वहां पर जाने से कोई परेशानी? अगर कुछ ना मिले तो फिर वापस लौट कर हमारे पास मत आना? खत्म समझना हमारी किताब से तुम्हारी कहानी?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा डांसिंग जैक से उस वक्त भगवा योद्धा हो गये नाराज? जब उनको पता चला जिस मीटिंग की जिम्मेदारी डांसिंग जैक को दी थी? उस जिमेदारी को उन्होंने आगे ट्रांसफर कर दिया था साहब? जब मीटिंग में संभावित चेहरे नहीं आये नजर? तब इस बात का हुआ कहीं जिक्र? सुना है भगवा योद्धा ने डांसिंग जैक को कर दिया स्पष्ट? कहा जब आपको मिले जिम्मेदारी तो उसी पूरी शिद्दत से निभाओ? नहीं तो होता है हमको कष्ट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि नदिया पार के एक भगवा कमिश्नर हो गये हैं इस वक्त बहुत ज्यादा परेशान? सुना है उनके ये दर्द भरे शब्द तब निकले? जब चल रहा था उनके एरिया में पार्टी का प्रोग्राम? वो अपनी बातों से दे रहे थे तरह-तरह के अर्थ? कह रहे थे पार्टी इतना काम करा रही है, हमारा तो काम-धंधा ही हो गया है व्यर्थ? कब संभालेंगे हम अपनी व्यवसायिक जिम्मेदारी? अगर पार्टी इसी तरह कार्यक्रम पे कार्यक्रम करती रही जारी?

क्यों कहा कहने वाले ने कि नादिया पार की भगवा कमिश्नर इन दिनों हैं बहुत ज्यादा हैरान? उनकी टीम के कुछ सदस्य कर रहे थे इस बात की चर्चा? कह रहे थे मैडम की टीम में वो चेहरे आने का कर रहे हैं प्रयास? जो उनके कहने पर नहीं कर रहे है काम? क्षेत्र से लेकर प्रदेश वालों की वो मैडम की टीम में आने को लेकर लगा रहे हैं सोर्स? कहने वाले ने कहा क्या करायेंगी मैडम ऐसे चेहरों से काम? जो दूसरों के कहने पर बनी हों फोर्स?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवागढ़ में इस वक्त तेजी से घूम रहा है ओबीसी कार्र्यकर्ता को ओबीसी नेता द्वारा हाथ झटक कर दूर धकेलने का किस्सा? सुना है उनकी ये वीडियो बन गई है इस वक्त कई फोन में हिस्सा? कहने वाले कह रहे हैं हम खुद अपने ओबीसी नेता के इस व्यवहार को देखकर हो रहे हैं हैरान? हमने कभी उनको इतने गुस्से में नहीं देखा? पता नहीं क्यों दिया उन्होंने इस तरह की कार्यवाही को अंजाम?

क्यों कहा कहने वाले ने कि सुना है आजकल भगवागढ़ में हो रही है मीटिगें तमाम? महत्वपूर्ण मीटिंग में डेढ़ घंटा पहले ही तमाम चेहरों को बुला लिया जाता है श्रीमान? हमें पता चला है ऐसी ही एक मीटिंग में पहुंचकर बाऊजी और कई भगवाधारी हो गये नाराज? कहने लगे हम तो मीटिंग शुरू होने से 15 मिनट पहले ही आ जायेंगे? पता नहीं क्यों डेढ घंटे पहले हमें बुलाया जा रहा है साहब? हम चाहते हैं कि बुलाने वाले रखें थोड़े हमारे समय का भी ध्यान? आखिर हमारी कुछ पारिवारिक और समाजिक जिम्मेदारियां भी हैं? जिस पर करना होता है हमको काम?

क्यों कहा कहने वाले ने कि जिस वक्त भगवा युवा और होटल वाले के बीच में सैंकड़ों वाली रकम को लेकर हो रहा था विवाद? कहने वाले ने कहा ये रायता इतना नहीं फैलता? अगर उस वक्त होटल के सामने से एक गाड़ी नहीं गुजरी होती साहब? कहने वाले ने कहा इस गाड़ी में एक ताकतवर चेहरे के समर्थक थे सवार? उनको हो गये इस पूरी झगड़े वाली कार्यवाही के दीदार? बस फिर क्या था जंगल में आग की तरह फैल गई बात? ये तो शुक्र है भगवा योद्धा बीच में आ गये? नहीं तो और भी रायता फैल जाता साहब?

क्यों कहा कहने वाले ने कि गागर में सागर भरने वाले मिस्टर नागर को भरे मंच से भगवा योद्धा ने अहिल्या जी की संगोष्ठी वाला सौंपा है प्रोग्राम? दे दिया है उन्होंने मिस्टर नागर को लेकर मंच से मजबूत पैगाम? कहने वाले ने कहा संगोष्ठी को बहुत ही महत्वपूर्ण बताया जा रहा है श्रीमान? देखना अब ये है कि मिस्टर नागर भगवा योद्धा की महत्वाकाक्षांओं को कितना देंगे अंदाज? वैसे भी योद्धा का भीड़ जुटाने में नहीं है कोई तोड़? देखना अब ये है मिस्टर नागर संगोष्ठी के बहाने उनकी हसरतों को देते है किस तरह का मोड़?

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