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ग़ाजियाबाद

मिठाई के डिब्बे में मिला मृत मेल भ्रूण

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गाजियाबाद। थाना शालीमार गार्डन क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पन्नू कॉलोनी की सर्विस लेन पर पाल स्वीट्स के पास एक मिठाई के डिब्बे में एक अविकसित मेल भ्रूण मिला है। प्रारंभिक जांच में भ्रूण की उम्र लगभग 6 से 8 महीने के बीच आंकी गई है। घटना का खुलासा तब हुआ जब एक सफाईकर्मी सर्विस लेन की नियमित सफाई कर रहा था। उसे एक मिठाई का डिब्बा दिखाई दिया, जिसे खोलने पर उसमें भ्रूण मिला। सफाईकर्मी ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।

थाना प्रभारी शालीमार गार्डन, बृजेश कुमार के अनुसार, प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि या तो गर्भ में ही मौत हो गई थी या फिर सामाजिक प्रतिष्ठा के कारण किसी ने इसे फेंक दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भ्रूण का पंचायतनामा भरा और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का प्रयास है कि इस मामले में शामिल लोगों की पहचान की जाए और उन्हें कानून के दायरे में लाया जाए।

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ग़ाजियाबाद

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने इंटीग्रेटेड मास्टर प्लान 2031 को स्वीकृति दी, TOD नीति लागू होगी

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गाजियाबाद में घर खरीदने वालों के लिए खुशखबरी

गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के गाजियाबाद शहर के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने पिछले तीन वर्षों में कई संशोधनों के बाद इंटीग्रेटेड मास्टर प्लान 2031 को मंजूरी दे दी है। इस योजना के तहत ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) नीति को लागू किया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य परिवहन सुविधाओं के इर्द-गिर्द कॉलोनियों का विकास करना है, ताकि सभी की कनेक्टिविटी में सुधार हो सके।

इस मास्टर प्लान के अंतर्गत पांच गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा और पहले से अधूरी योजनाओं को पूरा किया जाएगा। गाजियाबाद के रैपिड रेल, मेट्रो और एक्सप्रेसवे कॉरिडोर के आस-पास आवासीय और वाणिज्यिक परियोजनाओं का विकास किया जाएगा।

इसके अतिरिक्त, प्राधिकरण ने मधुबन बापूधाम हाउसिंग स्कीम के संशोधित लेआउट को भी मंजूरी दी है, जिसमें श्मशान भूमि पर बने 373 प्लॉट्स को पुनः आवंटित किया गया है। बैठक में यूपी सरकार की प्रतिज्ञा योजना के तहत गालंद में 0.431 हेक्टेयर भूमि को कृषि भूमि से औद्योगिक प्लॉट में परिवर्तित करने का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया गया है।

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ग़ाजियाबाद

कृष्णा नगर बागू, गाजियाबाद में पानी की कमी, जल निगम की टंकी के सामने प्रदर्शन

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गाजियाबाद। नगर निगम के वार्ड नंबर 1 में स्थित कृष्णा नगर बागू के निवासियों ने पानी की कमी के खिलाफ सुदामापुरी में जल निगम की टंकी के बाहर प्रदर्शन किया। गुस्साए व्यक्तियों ने नगर निगम के खिलाफ ‘हाय-हाय’ के नारे लगाए और जल आपूर्ति को शीघ्र बहाल करने की मांग की।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है, जिससे उन्हें नहाने, खाना पकाने और पीने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। पानी की कमी के चलते लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने कई बार नगर निगम अधिकारियों को शिकायतें की हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं आया है। प्रदर्शन के दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पानी की समस्या का तुरंत समाधान नहीं किया गया, तो वे अपने आंदोलन को और तेज कर देंगे।

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ग़ाजियाबाद

गाजियाबाद में आंधी-तूफान और तेज़ बारिश से मिली गर्मी में राहत, लेकिन पेड़ गिरने और जलभराव से हुई कठिनाई

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गाजियाबाद। लगातार उमस भरी गर्मी से जूझ रहे लोगों को बुधवार रात लगभग आठ बजे तेज आंधी और झमाझम बारिश ने राहत प्रदान की। हालांकि, कई स्थानों पर जलभराव और पेड़ों के गिरने के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

शहर के अंडरपास में जलभराव के कारण अनेक वाहन फंस गए। जिले में तूफान के चलते 50 से अधिक पेड़ सड़क पर गिर गए। संजयनगर सेक्टर 23 के पास, मस्जिद के समीप, एक 46 फुट ऊंचा पुराना बरगद का पेड़ सड़क पर खड़ी चार पहिया गाड़ियों पर गिर पड़ा।幸运地, गाड़ियों के अंदर कोई नहीं था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। आंबेडकर रोड पर भी उखड़े पेड़ ने दो कारों पर गिरावट की।

मौसम की खराबी के साथ बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई। मौसम विभाग के अनुसार, आंधी की रफ्तार लगभग 80 किलोमीटर प्रति घंटे थी। आंधी के दौरान कई होर्डिंग्स और टिन के शेड भी उड़कर सड़कों पर गिर गए।

रात करीब नौ बजे नगर प्रशासन की राहत और बचाव टीम मौके पर पहुंचकर व्यवस्था सुधारने के प्रयास में जुट गई। नगर निगम के दावों के बावजूद, बारिश के महज एक घंटे में जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई। बारिश का पानी कई सड़कों से होकर सोसाइटी के बेसमेंट और दुकानों में जा भर गया, जिससे व्यापार और आवागमन पर असर पड़ा।

Feel free to ask for further changes!

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