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दिल्ली

‘महाराष्ट्र में 2019-24 के बीच कहां से आए 32 लाख नए वोटर’, राहुल गांधी ने EC से पूछा

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नई दिल्ली: पिछले साल लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच महाराष्ट्र में 70 लाख मतदाताओं के जुड़ने का अनुमान, जिसका हवाला सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिया, वास्तविक आंकड़े से लगभग 22 लाख अधिक है – जिसे चुनाव आयोग ने 24 दिसंबर, 2024 को कांग्रेस को लिखे पत्र में साझा किया था। महाराष्ट्र विधानसभा
चुनावों के दौरान मतदान के समय मतदाता मतदान में “अकथनीय” वृद्धि और राज्य की मतदाता सूची में “मनमाने ढंग से” नाम जोड़ने और हटाने के कांग्रेस के आरोपों पर चुनाव आयोग ने अपने 66 पृष्ठों के जवाब में उद्धृत तथ्यों और आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल लोकसभा और राज्य चुनावों के बीच पांच महीनों में 48.8 लाख मतदाता जुड़े, जिनमें 18-29 आयु वर्ग के 26.4 लाख नए और युवा मतदाता शामिल थे।
राहुल ने कहा कि राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच पांच महीनों में पिछले पांच सालों की तुलना में अधिक मतदाता जुड़े हालांकि, 2019 से अब तक 1.2 करोड़ से ज़्यादा मतदाता जोड़े गए हैं, जबकि पिछले साल लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बीच 48.8 लाख मतदाता जुड़े थे।
2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान महाराष्ट्र के लिए मतदाता सूची उपलब्ध न होने की राहुल की शिकायत के बारे में, टाइम्स ऑफ इंडिया को पता चला है कि 2019 और 2024 के बीच कम से कम 12 मौकों पर कांग्रेस को राज्य की ड्राफ्ट और अंतिम मतदाता सूची की मुफ़्त प्रतियाँ प्रदान की गईं।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस को 24 दिसंबर को लिखे पत्र में निर्वाचन क्षेत्रवार मतदाताओं के डेटा तक पहुंचने के लिए लिंक भी उपलब्ध कराए थे।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में सभी मतदाताओं के नाम, पते और मतदान केंद्रों की सही संख्या फॉर्म 20 में साझा की थी, जिसमें प्रत्येक उम्मीदवार द्वारा मतदान केंद्रवार प्राप्त वोटों का विस्तृत विवरण शामिल था। यहां तक ​​कि फॉर्म 17सी, जो प्रत्येक उम्मीदवार के पास उपलब्ध है, में भी बूथवार मतदाताओं की संख्या का विवरण है। हालांकि, चुनाव संचालन नियम, 1951 की धारा 93 मतदाता का नाम और पता प्रदान करने की अनुमति नहीं देती है क्योंकि इससे मतपत्र की गोपनीयता का उल्लंघन होगा और मतदाताओं को चुनाव के बाद धमकाने का खतरा होगा। ये विवरण फॉर्म 17ए में हैं जो रिटर्निंग अधिकारी के पास सुरक्षित है और सक्षम न्यायालय के आदेश के अलावा निरीक्षण के लिए नहीं खोला जाता है। चुनाव आयोग ने दिसंबर 2024 में कांग्रेस को लिखे पत्र में 50 विधानसभा क्षेत्रों (जिनमें से महायुती ने 47 जीते थे) में औसतन 50,000 मतदाताओं की वृद्धि के पार्टी के दावे का खंडन किया था और स्पष्ट किया था कि केवल 6 विधानसभा क्षेत्रों में 50,000 से अधिक मतदाता जुड़े हैं।

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दिल्ली में यमुना से अतिक्रमण हटाने पहुंचा DDA, विरोध में उतरे लोग

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दिल्ली के यमुना खादर क्षेत्र में शुक्रवार को अवैध झुग्गियों को हटाने के लिए डीडीए अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंच गए। जिसके बाद वहां हंगामा हुआ। इसी बीच पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रविन्द्र सिंह नेगी कार्रवाई को रोकने के लिए वहां पहुंचे। दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर अवैध झुग्गियों को हटाने के लिए अधिकारी बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचे थे। हालांकि विधायक के हस्तक्षेप से ऐक्शन को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है।
पटपड़गंज विधानसभा से भाजपा विधायक रविंद्र सिंह नेगी ने कहा, ‘यह हाईकोर्ट का आदेश था और पिछले कई सालों से यह योजना चल रही थी। हम उच्च न्यायालय का सम्मान करते हैं लेकिन हमने कोर्ट से कहा है कि यमुना नदी के किनारे कई लोग कई सालों से रह रहे हैं और उनकी रोजी-रोटी और कमाई यहां की खेती पर ही निर्भर है। हमने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से अनुरोध किया है कि हमें कुछ समय दिया जाए ताकि यहां के लोग अपनी फसल काट सकें। ये लोग बहुत परेशान हैं।’
भाजपा विधायक ने कहा, ‘हाईकोर्ट का आदेश है कि यमुना किनारे जो ग्रीन बेल्ट है उससे अतिक्रमण हटाया जाए। पिछले कई सालों से यह प्लानिंग चल रही है। हम हाईकोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं। अभी यहां खेती उगी हुई है, अगर इसे हटा दिया जाएगा तो ये खाएंगे क्या। हमने एलजी सक्सेना और सीएम रेखा गुप्ता से अनुरोध किया है कि इन्हें कुछ दिनों की मोहलत दी जाए ताकि ये फसल काट सकें। ये लोग बहुत परेशान हैं। हम न्यायालय का सम्मान करते हैं। ये लोग भी यहां फंसे हुए हैं, मैं विनती करूंगा की इन्हें कुछ दिनों की मोहलत दी जाए।’

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दिल्ली: मंत्री प्रवेश वर्मा ने PWD एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को किया सस्पेंड

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नई दिल्ली। दिल्ली सरकार में मंत्री प्रवेश वर्मा ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को सस्पेंड किया है। पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने निरीक्षण के दौरान खामियों के चलते यह कार्रवाई की है। इतना ही नहीं उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर कोई भी खामियां पाई गईं तो इसी तरह कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया कि वेस्ट विनोद नगर में नाले का निरीक्षण करते उपमुख्यमंत्री एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने यह कार्रवाई की है। नालों में गंदगी होने पर प्रवेश वर्मा ने पीडब्ल्यूडी के क्षेत्रीय अधिशासी अभियंता रामाशीष को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
वहीं, मंत्री प्रवेश वर्मा द्वारा की गई इस कार्रवाई से विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।

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दिल्ली में मेरठ जैसी दरिंदगी : आसिफ ने महिला मित्र को दी खौफनाक मौत

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पूर्वी दिल्ली। पूर्वी दिल्ली में सुंदर नगरी की रहने वाली कोमल की हत्या (Komal Murder Case) का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में पता चला कि आसिफ नाम के युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर कोमल की हत्या की थी। इस वारदात को कार में अंजाम दिया गया था। इसके बाद शव को नाले में फेंक दिया गया था।
आसिफ ने इसलिए दिया वारदात को अंजाम
किसी दूसरे से दोस्ती के शक में आसिफ ने अपने दोस्त जावेद के साथ मिलकर रस्सी से गला घोंटकर अपनी कैब में कोमल की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद युवती के हाथ-पैर रस्सी से बांधकर कैब से 44 किलोमीटर दूर गुरुग्राम बॉर्डर के पास नजफगढ़ नाले में पेट पर पत्थर बांधकर शव नाले में फेंक दिया।
पुलिस ने नाले से किया था युवती का शव बरामद
उधर, हत्या के पांच दिन बाद पुलिस ने नाले से युवती का शव बरामद किया। छावला थाना ने हत्या की धारा में प्राथमिकी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में इस्तेमाल कैब भी बरामद कर ली है।
दादी के साथ फ्लैट में रहती थी कोमल
कोमल अपने परिवार के साथ सुंदर नगरी में निगम फ्लैट में दादी के पास रहती थी। परिवार में दादी विमला, माता-पिता व दो छोटे भाई हैं। माता-पिता चंडीगढ़ में रहकर नौकरी करते हैं। कोमल शाहदरा जिला में सिविल डिफेंस वालंटियर थी। इनके बराबर वाले फ्लैट में जावेद अपने दो बच्चों व पत्नी के साथ किराए पर रहता है। अविवाहित आसिफ पास के ब्लॉक में परिवार के साथ रहता है।
कॉल सेंटर में नौकरी करती थी कोमल
बताया गया कि कोमल बीती 28 फरवरी से निर्माण विहार में एक कॉल सेंटर में नौकरी कर रही थी। विमला ने बताया 12 मार्च की सुबह कोमल ड्यूटी पर गई थी। रात तक वह वापस नहीं लौटी, फोन भी बंद था। परिवार नंद नगरी थाने गया तो उन्होंने रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया।
वहीं, बाद में पता चला कि कोमल कैब में आसिफ के साथ गई है। इसके बाद सीमापुरी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। सीमापुरी थाना पुलिस ने युवती की कॉल डिटेल्स निकाली तो पता चला वह आसिफ के संपर्क में थी। उन्होंने आसिफ व जावेद को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वह टूट गए और हत्या की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने 17 मार्च को किया था केस दर्ज
इस बीच 17 मार्च को छावला थाना पुलिस को नाले में युवती का शव मिला। इस दौरान पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया। सीमापुरी थाना पुलिस ने छावला पुलिस को आरोपियों को सौंप दिया। पुलिस ने बताया कि आसिफ ने पूछताछ में बताया कि पिछले चार वर्षों से उसकी दोस्ती कोमल से थी। उसे शक था कि कोमल किसी दूसरे युवक से बात कर रही है।
बताया कि 12 मार्च को वह कैब लेकर अपने दोस्त जावेद के साथ उससे मिलने गया। वह युवती को कैब से लेकर सुंदर नगरी स्थित मिट्टी वाले पार्क के पास पहुंचे। यहां आसिफ व युवती के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। आसिफ ने रात 11:30 बजे रस्सी से गला घोंटकर कोमल की हत्या कर दी। इसके बाद 12:30 बजे नजफगढ़ नाले में शव फेंक दिया। वापस सुंदर नगरी अपने घर आ गए।

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