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दिल्ली

प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के विकास का लिया संकल्प, पैतृक गांव में पिता को दी श्रद्धांजलि

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भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रवेश वर्मा ने विधानसभा चुनावों में नई दिल्ली सीट जीतकर इतिहास रचने के बाद, अपने पिता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा को उनके पैतृक गांव मुंडका में श्रद्धांजलि दी। अपने पिता और दिवंगत दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा को श्रद्धांजलि देते हुए भाजपा के उम्मीदवार परवेश वर्मा ने रविवार को कहा कि वह अपने पिता के अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लेंगे। डॉ साहिब सिंह वर्मा समाधि स्थल पर अपने पिता को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए वर्मा ने उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प व्यक्त किया।
‘मेरे पिता का जीवन मेरे लिए प्रेरणा’
प्रवेश वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरे पिता का जीवन मेरे लिए प्रेरणा है। उनके अधूरे काम मेरे संकल्प हैं। जिस तरह से दिल्ली की जनता ने हमें आशीर्वाद दिया है, दिल्ली के सभी विधायक पीएम मोदी के विजन के अनुसार दिल्ली को संवारने के लिए काम करेंगे।
दिल्ली को बनाएंगे सुंदर शहर
उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने पीएम मोदी पर भरोसा दिखाया है और इस जीत का श्रेय उन्हें जाता है। दिल्ली में खराब बुनियादी ढांचे पर प्रकाश डालते हुए वर्मा ने कहा कि पूरा ‘दिल्ली देहात’ खराब स्थिति में है, उन्होंने दावा किया कि इन हिस्सों को पिछली सरकारों ने अनदेखा किया था।
27 साल बाद सत्ता में लौटी बीजेपी
लगभग 27 साल बाद सत्ता में लौटी भाजपा ने नरेला, बवाना, नजफगढ़ आदि सहित बाहरी दिल्ली के इलाकों की अधिकांश सीटें जीती हैं। उन्होंने कहा, पूरा दिल्ली देहात खराब स्थिति में है क्योंकि इसे सत्ता में रहने वाली पार्टियों ने नजरअंदाज किया था, अब यहां के लोगों को पता है कि काम होगा। यमुना इस दिल्ली चुनाव 2025 के प्रमुख मुद्दों में से एक था। वर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यमुना बनने वाली सरकार की प्राथमिकता होगी।
दादा भैरव मंदिर में किए दर्शन, पूजा-अर्चना भी की
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने गुजरात में साबरमती रिवरफ्रंट बनाया और जिस तरह से पीएम मोदी ने कल बात की, यमुना हमारी प्राथमिकता होगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराकर इतिहास रचने वाले प्रवेश वर्मा रविवार सुबह अपने पैतृक गांव मुंडका पहुंचे। वर्मा का अपने पैतृक गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने मुंडका में दादा भैरव मंदिर में भी दर्शन किए और वहां पूजा-अर्चना की। भाजपा के प्रवेश वर्मा नई दिल्ली सीट पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर 4,000 से अधिक मतों की निर्णायक जीत के साथ विधानसभा चुनाव में दिग्गज बनकर उभरे।

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दिल्ली

दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक को RK पुरम पुलिस ने पकड़ा

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दक्षिणी दिल्ली। आरके पुरम थाने की टीम ने इलाके में स्क्रैप खरीदने के लिए घूम रहे एक अवैध बांग्लादेशी को पकड़ा है। आरोपी ने 2022 में बेनापोल-पेट्रापोल बॉर्डर के जरिए घुसपैठ की थी। वह कोलकाता से ट्रेन के जरिए दिल्ली पहुंचा था।
पुलिस से बचने के लिए वह लगातार ठिकाने बदल रहा था। पुलिस आरोपी को एफआरआरओ (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) के जरिए वापस बांग्लादेश भेज रही है।
दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि 13 मार्च को आरके पुरम थाने की टीम को सूचना मिली कि एक संदिग्ध व्यक्ति बाजार से कबाड़ खरीदने के लिए मोहम्मदपुर गांव में घूम रहा है। टीम ने मौके पर पहुंचकर संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया।
बांग्लादेश का निकला
प्रारंभिक पूछताछ में उसने दावा किया कि वह मालदा, पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। हालांकि सत्यापन के बाद उसकी असली पहचान अफजुद्दीन गाजी उर्फ ​​गाजी निवासी गांव सैगुरा थाना मुंसीगंज जिला ढाका (बांग्लादेश) के रूप में हुई।
आरोपी अफजुद्दीन ने अपने गांव के मदरसे से दूसरी कक्षा तक पढ़ाई की है। उसके दो भाई और दो बहन हैं। उसने दलाल रफीक के जरिए बेनापोल-पेट्रापोल सीमा पार की थी, जिसके लिए उसने 4000 रुपये लिए थे। रफीक ने रात में कंटीले तारों की बाड़ काट दी थी, जिसके जरिए वह और तीन अन्य लोग सीमा पार कर घुसपैठ कर गए थे।
सुबह उन्हें आगे की यात्रा के लिए पास के बस टर्मिनल पर ले जाया गया। वहां से सभी कोलकाता पहुंचे, जहां से उन्होंने ट्रेन पकड़ी और दिल्ली आ गए। यहां उन्होंने विभिन्न जगहों पर काम किया। पहले वह पुरानी दिल्ली में कूड़ा बीनने का काम करता था।
अलग-अलग कॉलोनियों से खरीदता था कबाड़
फिर उसने अलग-अलग बाजारों और कॉलोनियों से कबाड़ खरीदना शुरू कर दिया। पुलिस ने आरोपी अफजुद्दीन गाजी उर्फ ​​गाजी को एफआरआरओ, आरके पुरम के समक्ष पेश किया।
एफआरआरओ के उप निदेशक ने विदेशी अधिनियम, 1948 के तहत भारत में उसकी आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया और उसे बांग्लादेश भेजे जाने तक सेवा सदन, शहजादा बाग में रखने का आदेश दिया।

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ग़ाजियाबाद

60 लाख के गांजे के साथ क्राइम ब्रांच पुलिस कमिश्नरेट ने किया 12वीं पास तस्कर गिरफ्तार

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कई राज्यों से होकर निकलता था गांजे का ट्रक – साड़ियों में छुपाया जाता था नशे का माल

गाजियाबाद : त्यौहारी सीजन के बीच पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच की टीम ने उड़ीसा से दिल्ली-एनसीआर में लाकर गांजा तस्करी करने वाले शातिर गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इसकी निशानदेही पर लगभग 121 किलो गांजा, जिसकी कीमत लगभग 60 लखा रुपए से अधिक बताई जा रही है। क्राइम ब्रांच की टीम ने बताया है कि 12वीं पास एटा का रहने वाला 22 वर्षीय मोहित यादव बीते कई सालों से इस धंधे को अंजाम दे रहा था। क्राइम ब्रांच गाजियाबाद के एडीसीपी पीयूष कुमार सिंह ने बताया है की सूचना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। साथ ही कैंटर गाड़ी और माल बरामद किया गया है। इसके अन्य साथियों की पुलिस तलाश कर रही है।
उड़ीसा से दिल्ली-एनसीआर तक आता था माल
क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी मोहित यादव से पूछताछ की है,तो उसने बताया है कि उसे एक चक्कर के 20 हजार रुपये मिलते थे। यह उड़ीसा से माल लेकर दिल्ली-एनसीआर आता था। इस दौरान कई राज्यों की सीमा से होकर कैंटर गुजरता था। कैंटर में साड़ियां रखी रहती थीं, जिससे पुलिस और अन्य जांच करने वाली टीम सोचती थी कि इसमें माल जा रहा है जबकि इसमें मादक पदार्थ की तस्करी की जाती थी। पुलिस ने बताया है कि इसके कई साथियों की पुलिस तलाश कर रही है। कैंटर में मौजूद दो अन्य साथी फरार हैं। पुलिस उनको भी ढूंढने का काम कर रही है।
आरोपी नहीं रखता था मोबाइल और कोड वर्ड में करता था बात
करंट क्राइम : पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद सिस्टम के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पकड़ा गया आरोपी मोबाइल नंबर बंद कर देता था और जब गांजा सप्लाई को निकलता था, तो वह मोबाइल भी कम इस्तेमाल में करता था। साथ ही जिन लोगों से वह फोन पर बात करता था, उनसे कोड वर्ड में बातचीत किया करता था।

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उत्तर प्रदेश

पोस्ट ऑफ द डे

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