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दिल्ली में BJP की जीत से गदगद JDU, केजरीवाल की हार पर बोले ललन सिंह-जनता ने दंडित किया
दिल्ली विधानसभा चुनाव के अब के नतीजों में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बीजपी 70 में से 38 विधानसभा सीटें जीत गई है। दिल्ली में 27 साल के बाद भारतीय जनता पार्टी ने आखिरकार कमल खिला ही दिया। चुनाव नतीजों में बीजेपी को जनता ने जबरदस्त जनादेश दिया है।वहीं, AAP की झाड़ू के तिनका पूरी तरह बिखर गया है। अब बीजेपी की जीत पर बिहार JDU की प्रतिक्रिया आई।
बिहार में भी इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं,ऐसे में दिल्ली में बीजेपी की जीत का असर बिहार चुनाव में भी देखने को मिल सकता है। फिलहाल AAP की करारी हार और बीजेपी की शानदार जीत बिहार में NDA सांसदों में खुशी की लहर है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीतों पर केंद्रीय मंत्री और JDU नेता ललन सिंह की प्रतिक्रिया आई है।
केजरीवाल की हार पर क्या बोले ललन सिंह
AAP के मुखिया केजरीवाल की हार पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने शनिवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (AAP) को दिल्ली की जनता 11 वर्ष के कुशासन की सजा दे रही है। केजरीवाल पर बिहार के प्रवासियों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, NDA के लिए प्रचार करते समय हमें पता चल गया था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में क्या होने वाला है। लोग आप की बड़ी-बड़ी बातें करने और केंद्र के साथ झगड़ा करने की प्रवृत्ति से तंग आ चुके थे।
जनता से झुठे वादे काम नहीं आए
जदयू नेता ने आरोप लगाया, “लोगों को पीने के पानी जैसी बुनियादी चीज भी उपलब्ध नहीं थी और केजरीवाल के पास केवल दावे के अलावा और कोई चारा नहीं था।” उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ‘पूर्वांचल’ के प्रवासियों का अपमान किया। ललन सिंह ने दावा किया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान ‘आप’ सरकार ने प्रवासियों को भागने पर मजबूर कर दिया और जब वे अपने गृह राज्य वापस आए, तो नीतीश सरकार ने संसाधनों की कमी का रोना नहीं रोया बल्कि उन्हें सभी आवश्यक सहायता प्रदान की।
राष्ट्रीय राजधानी केजरीला की जागिर नहीं-ललन सिंह
केजरीवाल पर हमला करते हुए ललन ने कहा कि केजरीवाल टिप्पणी की थी कि बिहार के लोग ट्रेनों से दिल्ली पहुंचते हैं और वहां उपलब्ध मुफ्त चिकित्सा उपचार का लाभ उठाकर वापस लौट जाते हैं। वो ऐसे बात की जैसे दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी नहीं बल्कि उनकी जागीर हो। भ्रष्टाचार विरोधी मुद्दे पर सत्ता में आने के बावजूद, केजरीवाल और उनकी पार्टी ने ‘पैसा कमाया, माल बनाया और केवल बातें बनाई’।