ग़ाजियाबाद
दिल्ली के चुनावी रण में प्रदेश सहप्रभारी अतुल गर्ग ने खेली है जबरदस्त कामयाबी वाली पारी राजनीति में बढ़ गया है अतुल गर्ग का कद और मिलेगी और बड़ी अहम जिम्मेदारी
अतुल गर्ग को भाजपा ने दिल्ली चुनाव में अपना प्रदेश सहचुनाव प्रभारी बनाया। अतुल गर्ग ने इस जिम्मेदारी को शिद्दत से निभाया
गाजियाबाद। लोकसभा सांसद अतुल गर्ग भाजपा की राजनीति के एक बड़े चेहरे के रूप में सामने आये हैं। शहर विधायक से शुरू हुई पारी लोकसभा में पहुंची और यहां अतुल गर्ग ने अपनी योग्यता का सिक्का मनवा दिया है। संगठन में वो तेजी से उन चेहरों की गिनती में शामिल हुए हैं जो बेहतर रणनीतिकार माने जाते हैं। जिन्हें राजनीति का मास्टर माइंड कहा जा सकता है और जिन्हें रणनीतिक कौशल में महारथ हासिल है। वो राष्टÑपति के साथ विदेश यात्रा पर गये और देश में भाजपा के सदस्यता अभियान की समीक्षा वाली कमेटी में राष्टÑीय अध्यक्ष के साथ उनका नाम आया। जब दिल्ली चुनाव आया तो भाजपा स्टार प्रचारकों में अतुल गर्ग का नाम आया। अतुल गर्ग को भाजपा ने दिल्ली चुनाव में अपना प्रदेश सहचुनाव प्रभारी बनाया। अतुल गर्ग ने इस जिम्मेदारी को शिद्दत से निभाया। चुनावी जंग कैसे लड़ी जाती है इसका उन्होंने मुलाहिजा पेश किया। गाजिायबाद के सांसद ने दिल्ली चुनाव की जिम्मेदारी निभाने के लिए अपना ठिकाना ही दिल्ली बना लिया। लगातार उन्होंने मेहनत की। दैनिक करंट क्राइम से बातचीत में उन्होंने पहले ही कह दिया था कि मेरा अनुमान यह है कि दिल्ली चुनाव में भाजपा 40 से 45 सीट जीतने जा रही है। राजनीति के मास्टर माइंड अतुल गर्ग का अनुमान सटीक निकला। उनकी रणनीति कारगर साबित हुई और भाजपा ने यहां आम आदमी पार्टी को हराते हुए इतिहास रचा है। भाजपा ने यहां 48 सीट जीती हैं। जबकि 22 सीटें आमआदमी पार्टी ने जीती हैं। कांग्रेस इस बार भी खाता नहीं खोल पाई है। बहरहाल अब जब कमल खिल गया है तो यहां गाजियाबाद के लोकसभा सांसद अतुल गर्ग के समर्थकों का चेहरा भी खिल गया है। अतुल गर्ग राजनीति के सही मायनों में स्टार प्रचारक बनकर सामने आये हैं। ये जीत इस मायने में भी बड़ी है कि यहां इन चेहरों ने चुनाव प्रचार को एक जंग की तरह लड़ा और जीत हासिल की। अतुल गर्ग ने यहां जबरदस्त पारी खेली है।
राजनीति में उनका कद बड़ा है और अब ये माना जा रहा है कि उन्हें अहम जिम्मेदारी मिलेगी। उन्होंने खुद को चुनावी रणनीतिकार के रूप में साबित कर दिया है। उन सीटों पर कमल खिला है जहां भाजपा हार रही थी। बड़ी बात ये है कि अतुल गर्ग ने बेहतर तालमेल के साथ यहां टीम वर्क किया और भाजपा को जीत हासिल दिलाने में एक बड़ी भूमिका निभाई है। अतुल गर्ग का सियासी कैलकुलेशन भी दिल्ली इलैक्शन में सटीक रहा है। उन्होंने जो अनुमान लगाया था उसी के अनुरूप नतीजे आये हैं। यहां उन्होंने मतदाता के मनोविज्ञान को समझा है और सबसे खास बात ये है कि वो इस चुनाव में शुरू से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनकल्याणकारी नीतियों को लेकर चले। वो भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ एक तालमेल बनाकर चले। ये एक ऐसी रणनीति थी जिसमें आम आदमी पार्टी की झाडू फंस गई। यहां भाजपा ने जीत हासिल की और इसी के साथ अतुल गर्ग के कंधों पर एक सफलता का स्टार और बढ़ गया। उन्होंने खुद को साबित किया और वो राष्टÑीय राजनीति के फ्रेम में आ गये हैं।