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ग़ाजियाबाद

खुल गया कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा के दफ्तर पर बब्बर शेर के इस तरह दहाड़ने का राज

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गाजियाबाद गाजियाबाद सुनील शर्मा देश के नंबर वन विधायक हैं। वो सबसे ज्यादा वोटों से जीतने वाले रिकॉर्ड धारी विधायक हैं। वो प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और सबसे बड़ी बात ये है कि इन दिनों वो आॅलराउंडर वाली फुल फार्म में हैं। वो कथा व्यास गद्दी पर बैठकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देने वाली कथा का वाचन कर रहे हैं। वो विधानसभा में उत्तराखण्ड से लेकर पूर्वांचल की दावत वाले सीन में हैं। वो शासन वाले सीन में लखनऊ में बैठक कर रहे हैं। वो मंडल की राजनीति में टॉप कर रहे हैं और दस में दस मंडल प्राप्त कर रहे हैं। वो लखनऊ में बैठक ले रहे हैं, वो गंगा की रेत पर नंगे पैर चल रहे हैं। वो कुंभ अमृत स्रान कर रहे हैं। सुनील शर्मा इस सब आयामों के बीच जनता के काम भी कर रहे हैं। वो कार्यकतार्ओं से मिल रहे हैं, जनसुनवाई कर रहे हैं और इन सबके बीच में बुधवार को उनके कार्यालय पर बब्बर शेर के दहाड़ने का राज भी खुल गया है।
बुधवार को वो राजेंद्रनगर कार्यालय पर पहुंचे। कार्यकतार्ओं से मिल रहे हैं। जनता की फरियाद सुन रहे हैं और इस खुली धूप में जब कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ये सब कर रहे हैं तो करंट क्राइम भी वहां पहुंचा। यहां सब कुर्सियों पर विराजमान थे और कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा के सहायक हरीश शर्मा लोगों को क्रम से मिलवा रहे थे। कैबिनेट मंत्री जनता की सुनवाई कर रहे थे और इसी बीच सियासी किस्से भी चल रहे थे। इसी दौरान पूर्व महानगर अध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी की यहां एंट्री हुई और तभी इसी बीच प्रेम त्यागी भी आ गए। यहां एक फोटो बब्बर शेर के दहाड़ने का लगा है, उसके नीचे लिखा है, अबकी बार तेज रफ्तार और ब्रेकिट में साहिबाबाद में लिखा है। बात जब चली कि बब्बर शेर और भी इतने गुस्से में दहाड़ता हुआ क्यों है।

करंट क्राइम ने कैबिनेट मंत्री से ही ये पूछा कि आखिर बब्बर शेर के गुस्से में दहाड़ते हुए इस चित्र को लगाने की क्या जरूरत पड़ गई। यहां सहज-सरल स्वभाव के धनी कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने कहा कि यह फोटो मैंने नहीं लगाया, यह हमारे भाजपा कार्यकर्ता पवन रेड्डी ने लगाया है।
चर्चा यही थी कि सहज सरल और सौम्य स्वभाव के सुनील शर्मा और उनके फोटो के नीचे भला दहाड़ते हुए शेर के फोटो की क्या जरूरत। करंट क्राइम ने जब जवाब के लिये पवन रेड्डी की ओर देखा तो उन्होंने खुद को साइड में कर लिया। यहां मौजूद मानसिंह गोस्वामी कुछ कहते तब तक आमतौर पर साइलेंट रहने वाले भाजपा नेता प्रेम त्यागी ने माइक थामा और दहाड़ते शेर को लेकर उद्गार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि बब्बर शेर इसलिए लगाया है क्योंकि अगर यहां निगेटिव लोग आए तो वो दूर ही रहें। तब सवाल हुआ कि क्या साहिबाबाद विधायक के कार्यालय पर निगेटिव लोग आते हैं। इस सवाल को राजनीति की पिच के आॅलराउंडर कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने हवा में ही लपक लिया। उन्होंने बात को संभाला और कहा कि हमारे यहां निगेटिव लोग नहीं आते हैं, ये तो बस हमारे लिये मां दुर्गा की सवारी है। चलो माना कि शेर का राज ये है, लेकिन अबकी बार तेज रफ्तार का राज क्या है, क्या शेर की रफ्तार पहले धीमी थी। इस पर सुनील शर्मा मुस्कराए और उन्होंने कहा कि पहले भी शेर की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा की थी और अब ये रफ्तार 120 कर दी है। इसके बाद बातों से ही ये स्पष्ट हो गया कि शेर ने रफ्तार बढ़ा दी है और फोकस भी साहिबाबाद पर कर दिया है। अब समझने वाले समझ सकते हैं।

दीवार पर लगी फोटो में कई किरदार मगर नहीं दिखे दो साहिबाबाद वाले यार
सुनील शर्मा साहिबाबाद से विधायक हैं, वो कैबिनेट मंंत्री हैं। राजनीति के दफ्तर में तस्वीरें भी बहुत कुछ बताती हैं। वो फ्लेशबैक में ले जाती हैं, वो कई बार परिवर्तन की गाथा को भी चुपचाप बताती हैं। कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा के दफ्तर में उनके कुर्सी के ठीक पीछे दीवार है और उस पर एक तस्वीर है। इस तस्वीरों में वहां की सियासत के कई किरदार हैं। भाषण देते हुए तस्वीर है, पूजा करते हुए तस्वीर है, जनप्रतिनिधि वाली तस्वीर है, लेकिन इस तस्वीर में दो साहिबाबाद यार नहीं हैं। ये वो यार हैं जिनके बिना साहिबाबाद की राजनीति अधूरी मानी जाती है। जब जनरल वीके सिंह चुनाव जीते थे तो इन्हीं दोनों यारों ने सौ स्थानों पर उनके रोड का स्वागत कराया था। वो राजनीति का समाधान सामाजिक संस्था से ढूंढ लेते हैं और सामाजिक संस्था के मंच पर राजनीति की एंट्री करा लेते हैं, लेकिन विधायक जी की दीवार पर उनके फोटो वाले किरदार को शायद स्थान नहीं मिला।
जब मंत्री सुनील शर्मा ने थानेदार को फोन मिलाया और मामला समझाया
कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा अपने आवास पर जनसुनवाई कर रहे हैं। लोग उनके पास आ रहे हैं। मामला उनकी विधानसभा का था और पीड़ित लोग पहुंंचे थे। बताते हैं इन लोगों को मानसिंह गोस्वामी लेकर आए। लोगों ने बताया कि जिस जगह वो रहे हैं बिल्डर ने उस जमीन पर बैंक से लोन ले लिया और अब छत बेच रहा है। पुलिस बिल्डर के लोगों को सपोर्ट कर रही है और बिल्डर के दस-बारह लोग जबर्दस्ती छत पर कब्जा कर रहे हैं। कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने लोगों की समस्या सुनने के बाद थानेदार को फोन मिलाया। इससे पहले थानेदार उन्हें कुछ समझाते उससे पहले कैबिनेट मंत्री ने थानेदार को ही समझाया। कहा कि मेरे सामने लोग बैठे हैं, ये सब बता रहे हैं और फिर उन्होंने थानेदार से कहा कि किसी भी सूरत में अवैध कब्जा नहीं होना चाहिए। इसके बाद कैबिनेट मंत्री ने डीसीपी को फोन किया और पूरा मामला बताया। जब लोगों को इस क्विक एक्शन पर संतोष आया तो ये समझ में आ गया कि फोटो पर शेर क्यों दहाड़ रहा है। ये एहसास हो गया कि शेर की इस दहाड़ा का राज क्या है।
जब कैबिनेट मंत्री ने कहा- आप प्लीज जाइए अतुल गर्ग और अजीतपाल त्यागी के पास
कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा अपनी विधानसभा में जनसमस्याएं सुन रहे थे। जनता की शिकायतों के निवारण के लिये अधिकारियों को फोन कर रहे थे, लेकिन उनकी खास ये दिखाई दी कि वो कभी अतिक्रमण नहीं करते हैं और साथी जनप्रतिनिधियों का सम्मान करते हैं। सीन ये था कि मुरादनगर विधानसभा में रहने वाले लोग साहिबाबाद विधायक के पास आए। ये शास्त्रीनगर में रहने वाले लोग थे और उनका श्मशान घाट का कोई मुद्दा था। यहां उनकी पूरी बात सुनी और उन लोगों ने ये बताया कि ये कोरोना काल का मामला है और इसमें एफआईआर भी दर्ज हुई थी। कैबिनेट मंत्री ने बात को ध्यान से सुना और फिर उन्होंने उन लोगों से ये कहा कि आपइस मामले में लोकसभा सांसद अतुल गर्ग और मुरादनगर विधायक अजीतपाल त्यागी के पास एक बार जाएं और उनसे मिलकर अपनी समस्या बताएं। जब लोगों ने सुनील शर्मा से अनुरोध किया कि आप ही मामले को देखें तो यहां कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने सीमा का अतिक्रमण भी नहीं किय और लोगों की मदद भी की। वो सिस्टम के प्रोटोकॉल में रहे और उन्होंने लोकसभा सांसद अतुल गर्ग को फोन मिलाया। शास्त्रीनगर के लोगों की तरफ से उन्होंने सांसद अतुल गर्ग को पूरा मामला बताया। इसके बाद उन्होंने कहा कि यह लोग आपसे मिलेंगे। इस तरह से सीमाओं में रहकर सुनील शर्मा ने सियासी शिष्टाचार का पालन करते हुए समस्या का समाधान भी कराया।

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ग़ाजियाबाद

गाजियाबाद में तेज रफ्तार ‘छोटा हाथी’ से टकराने पर कार में लगी भीषण आग, हड़कंप मच गया

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प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, टक्कर इतनी भयानक थी कि कार सड़क के किनारे पलट गई और थोड़ी ही देर में उसमें आग लग गई। उसी समय, टक्कर मारने वाला छोटा हाथी वाहन भी काफी क्षतिग्रस्त हो गया। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचित किया।

दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुँचकर कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। इस हादसे में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन वाहन बुरी तरह जल चुके हैं।

इस हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें जलती हुई कार की भयानक तस्वीरें दिख रही हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है।

पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोनों वाहनों के चालकों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। बताया जा रहा है कि हादसे का कारण ओवरस्पीडिंग हो सकता है।

स्थानीय प्रशासन ने लोगों से निवेदन किया है कि वे मोहन नगर फ्लाईओवर पर सावधानी से वाहन चलाएं और स्पीड लिमिट का पालन करें।

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ग़ाजियाबाद

गाजियाबाद में जिला वृक्षारोपण समिति की मासिक बैठक मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई

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गाजियाबाद: जिला वृक्षारोपण समिति की मासिक बैठक दुर्गावती देवी सभागार, विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी प्रभाग, उप प्रभागीय वनाधिकारी और समिति के विभिन्न सदस्यों ने भाग लिया।

बैठक के दौरान, प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी प्रभाग गाजियाबाद ने जानकारी दी कि श्री सुशांत शर्मा, सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, उत्तर प्रदेश को मेरठ मंडल के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उनका निरीक्षण कार्यक्रम जनपद गाजियाबाद में प्रस्तावित है। इसी संदर्भ में सभी विभागों को निर्देश दिया गया है कि वे चेकलिस्ट के अनुसार वर्ष 2024-25 में किए गए वृक्षारोपण स्थलों का स्वयं निरीक्षण करें और आवश्यक कार्यवाही करें।

मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी विभाग वृक्षारोपण कार्यों की गणना पंजिका बनाएं। जिन विभागों ने भूमि चिन्हांकन, गड्ढा खुदाई और कार्य योजना की जानकारी अभी तक नहीं दी है, वे अगले तीन दिनों के भीतर यह आंकड़े प्रभागीय कार्यालय, गाजियाबाद को उपलब्ध कराने के लिए सुनिश्चित करें।

बैठक में वृक्षारोपण की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि निर्धारित लक्ष्यों को समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।

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उत्तर प्रदेश

चांदी के कड़े के लिये माँ को अर्थी पर लेट गया , माँ का अंतिम संस्कार रोका….. …

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चांदी के कड़े के लिये माँ को अर्थी पर लेट गया , माँ का अंतिम संस्कार रोका…..

इस तरह के मामले सामने आते हैं तभी पता चलता है कलयुग अपने चरम पर है और आदमी कितना गिर चुका है l राजस्थान में कोटपुतली बहरोड़ जिले के लीला का बास की घटना है जहां श्मशान घाट पर मां की अर्थी रखी थी, उनके अंतिम संस्कार के पहले एक बेटा ने हंगामा कर दिया और चिता पर लेट गया। चांदी के कड़े के लिए उसने अंतिम संस्कार रोक दिया। सात बेटों में से एक ओमप्रकाश को जब घर से मंगाकर चांदी के कड़े दे दिए गए तब जाकर मां को पंच तत्व में विलीन हो पाई। छह भाई एक साथ रहते थे जबकि ओमप्रकाश अलग रहता था और बाकी भाइयों से प्रॉपर्टी से विवाद था।

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