Connect with us

उठते सवालों का करंट

उठते सवालों का करंट

Published

on

क्यों कहा कहने वाले ने कि हम कर रहे हैं आपसे बृज वाले विहार की बात? यहां पर भगवा प्रेजीडेंट के अलग ही हैं हालात? कर रहे थे कार्यकर्ता मन की बात में उनके आने का इंतजार? मगर भाईसाहब ने तो नहीं दिये कहीं भी अपने दीदार? अपनी दुकान पर ही सुना उन्होंने मन की बात का प्रोग्राम? कहने वाले ने कहा अब जिम्मेदारी बढ़ गई है? इसलिए उन्हें दुकान से बाहर निकलना पड़ेगा श्रीमान?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हम लगातार क्रान्तिकारी विधानसभा के क्रान्तिकारी मावी जी पर रख रहे हैं नजर? आज-कल वो नजर ना इधर आते हैं, ना दिखाई देते हैं उधर? मगर क्रान्तिकारी विधायक के साथ उनके लगातार हो रहे हैं दीदार? हमें समझ नहीं आ रहा अचानक क्यों उमड़ गया है उनका इतना प्यार? अभी तो चुनाव भी दूर हैं? पंचायत को भी लेकर कोई चर्चा नहीं सुनाई दे रही है यार?

क्यों कहा कहने वाले ने कि इन्दिरा जी वाले एरिया में राधे का नाम जपने वाले त्यागी जी देख रहे हैं बोर्ड में जाने का ख्वाब? पता चला है वो लगातार कर रहे हैं कई मैम्बरों से बात? कहने वाले ने कहा पार्टी के फिलहाल पता नहीं चल रहे हैं हमको जज्बात? बाहर से आने वाले नामों पर फिलहाल टाईट चल रहे हैं हालात? कहने वाले ने कहा हम तो उनको ज्यादा मेहनत नहीं करने के दे रहे हैं संदेश? बोर्ड में फिलहाल बैकफुट पर ही रखें अपना फेस?

क्यों कहा कहने वाले ने कि बम्हेटा वाले यादव जी राधे का नाम लेने वाले त्यागी जी की तरह ही देख रहे हैं बोर्ड मैम्बरी वाले ख्वाब? कहने वाले ने कहा कि वो भी अंदरखाने कर रहें हैं कई मैम्बरों से बात? जुटा रहे हैं वो अपने पक्ष के लिए वोट? ताकि मौका आने पर मार सके वों जबरदस्त चोट? कहने वाले ने कहा कि यहां से मजबूती से मनोज भैया भी बना रहे हैं मैम्बर बनने का प्लान? इन तीनों में से होगा एक ही त्यागी का समाधान?

क्यों कहा कहने वाले ने कि मैं आपको बात बता रहा हूं एकदम बोल्ड? गाजियाबाद के अध्यक्ष वाला मामला होगा गया है इस वक्त होल्ड? अगर हुई फिलहाल में घोषणा, तो अटक जायेगी यहां की फाईल? इसलिए ज्यादा मत सोचना? कहने वाले ने कहा कि किसी महिला चेहरे के नाम पर फंस गया है यहां का पेंच? अगर ये पेंच निकल गया, तो फिर लिस्ट में आ ही जायेगा किसी ‘जी’ का फेस?

क्यों कहा कहने वाले ने कि महानगर अध्यक्ष वाले पैनल में गर्ग साहब ने अपने प्रिय कुश का नाम लाकर किया है बहुत बड़ा काम? अब भले ही घोषणा इस नाम की हो या ना हो, मगर हम तो यही सलाह देना चाहते हैं कि कुश भैया को देना चाहिए सक्रियता का पैगाम? अगर वो पहले भी रहे होते एक्टिव? तो हो गया होगा आज उनका काम? अगर आज से भी वो एक्टिव हो जायें तो कुछ ना कुछ गर्ग साहब तैयार कर देंगे इस चेहरे के लिए मैदान?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हमें बहुत ही भाता है भाजपा वाली त्यागी दीदी का हिंदुत्व वाला किरदार? हम देखते हैं पार्टी संगठन से ज्यादा उनके हिंदुत्व वाली गतिविधियों में होते हैं दीदार? कहने वाले ने कहा मोर्चा वाले मैटर में पार्टी अब करे उसी चेहरे पर विचार? जो मोर्चे वाले मामले में 100% भूमिका निभाये यार? त्यागी दीदी को हिंदुत्व वाले मैटर में करने दें करने वाले फोकस? एकसाथ जब होती है दो-दो जिम्मेदारियां? ऐसे में मुश्किल संभालना हो जाता है लोटस? कहने वाले ने कहा कुछ दिलजले कर रहे थे इस तरह की बात? त्यागी दीदी काफी मजबूत हैं, वो एकसाथ ये संगठन संभाल सकती हैं साहब?

क्यों कहा कहने वाले ने कि कुछ इस तरह किया उन्होंने अपनी बात को अर्ज? कहा लोनी के एक बड़े गुर्जर नेता पर बड़ी जमीन वाले मामले में हो गया है मुकदमा दर्ज? हमने उनसे जब पूछा इन भाईसाहब का नाम? ये सुनकर उनके चेहरे पर आ गई मुस्कान? उन्होंने कहा हमसे क्यों पूछते हो थानेदार से ही पूछ लो सारी बात? हम अगर नाम बतायेंगे तो वो सोचेंगे कि मुकदमा दर्ज कराने के पीछे है सारी हमारी ही करामात?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हैवीवेट वालों ने अपने एरिया में 10 भगवा कमिश्नर घोषित कराकर मजबूत कर दी है अपनी सख्ती? बावजूद इसके भगवा पहलवान समाधान से दिखा रहे हैं अपनी शक्ति? कहने वाले ने कहा आखिर वो अपनी संस्था के बूते कब तक लेंगे सामने वाले से लोहा? कब तक वो करेंगे यहां पर संस्था के सहारे मजबूत जमीन? कहने वाले ने कहा वो दोस्त के साथ एक्टिव हो जायें? अब लाईन पार में जाकर मजबूत करें समाधान शक्ति से जमीन?

क्यों कहा कहने वाले ने कि विधानसभा उपचुनाव से पहले हमें जगह जगह हो रहे थे लाईन पार के गुप्ता जी के दीदार? जहां भी हम नजर मारते थे वहीं उनके होर्डिंग दिखाई देते थे यार? मगर चुनाव बीता, ना जाने क्या हुई बात? इसके बाद गुप्ता जी के दीदार बहुत कम हो गये साहब? कहने वाले ने कहा टिकट के लिए उन्हें देना होगा निरंतर सक्रियता का पैगाम? केवल होर्डिंग लगाने से नहीं होने वाला है काम?

उठते सवालों का करंट

उठते सवालों का करंट

Published

on

क्यों कहा कहने वाले ने कि हम आपको बता रहे हैं अंदर की बात? नदिया पार के एक मंडल का प्रवास आया था मीत जी के हाथ? फिर ना जाने क्या हुई ऐसी बात? बदलने वालों ने प्लान बदल दिया साहब? अचानक उनके हाथ से ले ली गई ये जिम्मेदारी? कहने वाले ने कहा ये सब कुछ भगवा मंडल कमिश्नर की शिकायत पर हुआ? सुना है मिस्टर मीत कुछ ज्यादा ही करके दिखा रहे थे इस मैटर में तैयारी?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा किसान वाले सरताज? इस वक्त चल रहे हैं बहुत ज्यादा कन्फ्यूज? बड़ी बड़ी मीटिंगे करने के बावजूद, उनको डर लग रहा है कि योद्धा के सिस्टम से वो हो ना जाये रिफ्यूज? उन्हें मेन टीम में आने पर अभी भी लग रहा है डाउट? वो अपने मोर्चे को भी पूरी शिद्दत से पकड़ कर बैठे हैं? क्योंकि वो नहीं होना चाहते हैं संगठन के सिस्टम से आउट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि नदिया पार के भगवा कमिश्नर मिस्टर त्यागी अपनी टीम में बिरादरी वाले ही एक चेहरे को देना चाहते हैं स्थान? उनकी तमन्ना है कि उनकी बिरादरी के ब्रदर को मिल जाये महानमंत्री वाला काम? कहने वाले कह रहे हैं जिस चेहरे ने निर्दलीय चेहरे को की हो निगम चुनाव में सपोर्ट? हमें समझ नहीं आ रहा भगवा कमिश्नर कयों लगाना चाह रहे हैं ऐसे चेहरे पर ओके की रिपोर्ट? वो किसी भगवा चेहरे को ही टीम में स्थान दें? ऐसा नहीं हुआ तो हमारे दिल को लगेगी बहुत ज्यादा चोट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हाऊस टैक्स वाले मुद्दे पर जब जाननी चाही जानने वाले ने भगवा मैम्बर डागर, हिमांशु जी, विनय जी और सतेन्द्र जी से राय? सुना है इन्होंने राय देने से कर दिया मना? कहा आप इस मुद्दे पर हमारा बयान ना लगायें? कहने वाले ने कहा इनकी चुप्पी पर हमें हो रहा है डाउट? ये बिरादरी सिस्टम को कर रहे है लाउड? मगर हमें हैरानी इस बात पर है कि इस मुद्दे पर क्यों खामोश कर ली है मिस्टर पहलवान ने जुबान? उनका तो बिरादरी वाला भी सिस्टम नहीं बैठता है? कम से कम उनको तो इस मुद्दें पर देना चाहिए था बयान?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हम बढेÞ हुए हाऊस टैक्स वाले मुद्दे पर भगवा जय और वीरू की खामोशी पर हैं हैरान? आखिर क्यों बंद की हुई है दोनों ने इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर जुबान? कहने वाले ने कहा अगर मेरे सामने उपाध्यक्ष जीडीए बोर्ड मैम्बर बनाम जनता के मुद्दे की होती बात? सच बता रहा हूं मैं जनता का देता साथ? मैं करता उनका सपोर्ट? आखिर मैं मैम्बर तभी बना हूं जब जनता ने दिया है मुझको वोट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हमारी गलतफहमी हो गई उस वक्त दूर? जब हमने भगवा सौलंकी को हाऊस टैक्स वाले मुद्दे पर आवाज उठाते हुए देखा हुजुर? हमको लग रहा था कि वो उपाध्यक्षी और बोर्ड मैम्बरी के आगे नहीं खोलेंगे अपनी जुबान? मगर पूरी शिद्दत से उन्होंने इस मामले को उठाकर खींचा है हमारा ध्यान? भगवा सौलंकी दिख रहे हैं जनता के साथ? इसलिए फिर से देगी जनता उनको जीत का आशीर्वाद?

क्यों कहा कहने वाले ने कि जब शहर विधानसभा में निकली शौर्य तिरंगा यात्रा? यहां पर हमें खूब सुनाई दे रही थी भगवा कमांडर की जिंदाबाद वाले नारों की मात्रा? कहने वाले ने कहा उनके नारों में दब गई कई प्रमुख चेहरों के नारों की आवाज? कहने वाले ने कहा यात्रा के शुरूआती चरण से लेकर अंतिम चरण तक गूंज रही थी भगवा कमांडर के लिए जिंदाबाद वाली आवाज?

क्यों कहा कहने वाले ने कि कोई कितना ही बना ले युवा राम के खिलाफ प्लान? हम देख रहे हैं भगवा योद्धा उन पर हैं पूरी शिद्दत से मेहरबान? एक घटना के बाद वो अभी भी लेकर चल रहे हैं राम को अपने साथ? दे रहे हैं संदेश, मैं जिसका हूं हर परिस्थिति में रहता हूं उसके साथ? सोमवार को भगवा योद्धा के साथ युवा राम के हुए कई जगह दीदार? कहने वाले ने कहा अब विरोध का माहौल बनाने से कुछ नहीं मिलने वाला विरोधियों को कर लेनी चाहिए अपनी हार स्वीकार?

क्यों कहा कहने वाले ने कि शहर में निकली तिरंगा यात्रा में उमड़ी भीड को देखकर हम हो गये विधायक संजीव शर्मा के मैनेजमेंट के मुरीद? कहने वाले ने कहा शहर वाले तो उनके साथ नजर आ ही रहे थे मगर साहिबाबाद और मुरादनगर वाले भी पूरी यात्रा में दिख रहे थे उनके नजदीक? यात्रा में हमें हुए उनके मित्र पहलवान के दीदार? पार्षद राहुल शर्मा भी नारे लगा रहे थे जोरदार? देखते ही बन रही थी मुरादनगर के गोपाल जी की मुस्कुराहट? भीड़ में मिस्टर सारस्वत भी दर्ज करा रहे थे अपनी आहट? कहने वाले ने कहा कमांडर की ये तैयारी भविष्य में देगी कई दावेदारों को डेंट? आखिर अभी भी कायम है उनका पुराना वाला मैनेजमेंट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा राम के लक्ष्मण को रहना होगा सावधान? बनाने वाले बना रहे हैं उनकी पूरी रिपोर्ट? वो कार्यक्रम में कितनी भीड़ लाते हैं इसका रखने वाले रख रहे हैं पूरी शिद्दत से ध्यान? सुना है शहर वाली तिरंगा यात्रा में भी कई चेहरों की उनके मैंनेजमेंट पर थी नजर? हमें पता चला है हमें पता चला है करने वाले कर रहे हैं उनकी बहुत ज्यादा फिक्र ?

Continue Reading

उठते सवालों का करंट

उठते सवालों का करंट

Published

on

क्यों कहा कहने वाले ने कि जिस तरह भगवा कमांडर संजीव शर्मा कर रहे हैं जनता के काम? कार्यकर्ताओं के घर पहुंच कर दे रहे हैं वो रोज अपने तन के पैगाम? कहने वाले ने कहा सुबह करते हैं घर पर जनसुनवाई और उसके बाद शुरू हो जाते हैं उनके जनसम्पर्क के प्रोग्राम? कहने वाले ने कहा अगर उनकी यूं ही स्पीड बनी रही, तो हमें लग रहा है कहीं आ ना जाये उनका सबसे एक्टिव जनप्रतिनिधि के तौर पर वर्ल्ड बुक में नाम? कहने वाले ने कहा हम तो ये सोच रहे हैं आखिर हमारे माननीय जी कब करते होंगे आराम?

क्यों कहा कहने वाले ने कि इसमें कोई शक नहीं कि कमांडर के दोस्त पहलवान हर प्रोग्राम में मेहनत करते हैं खास? कार्यक्रमों को सफल कराने का उनका पुराना है इतिहास? कहने वाले ने कहा हाल ही में उन्होंने सफल तिरंगा यात्रा का भी सम्पन्न किया है प्रोग्राम? हमारी अब इस बात पर नजर है कि आज वो दोस्त की तिरंगा यात्रा पर देंगे ध्यान? क्या नदिया के उस पार से इस आकर वो करेंगे दोस्त की फिक्र? यूं ही मैं इस बात को नहीं कह रहा था? कहीं बैठा था वहां हो रहा था कुछ शहर सीट से पहलवान की दूरियों का जिक्र?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा जनप्रतिनिधि के पास जब भी कोई जाता है अपनी मन की ले के अरदास? सुना है वो इस अरदास को दिल और दिमाग दोनों तरीके से सॉल्व करते हैं? हिसाब लगाते हैं कहां दिल लगाना है और कहां दिमाग? पता चला है एक ओबीसी चेहरा गया था उनके पास? पूछा था क्या मैं भगवा योद्धा के पास लगा दूं कुछ मिलने की अरदास? सामने से जनप्रतिनिधि ने कहा कि हमें नहीं है तुम्हारे वहां पर जाने से कोई परेशानी? अगर कुछ ना मिले तो फिर वापस लौट कर हमारे पास मत आना? खत्म समझना हमारी किताब से तुम्हारी कहानी?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा डांसिंग जैक से उस वक्त भगवा योद्धा हो गये नाराज? जब उनको पता चला जिस मीटिंग की जिम्मेदारी डांसिंग जैक को दी थी? उस जिमेदारी को उन्होंने आगे ट्रांसफर कर दिया था साहब? जब मीटिंग में संभावित चेहरे नहीं आये नजर? तब इस बात का हुआ कहीं जिक्र? सुना है भगवा योद्धा ने डांसिंग जैक को कर दिया स्पष्ट? कहा जब आपको मिले जिम्मेदारी तो उसी पूरी शिद्दत से निभाओ? नहीं तो होता है हमको कष्ट?

क्यों कहा कहने वाले ने कि नदिया पार के एक भगवा कमिश्नर हो गये हैं इस वक्त बहुत ज्यादा परेशान? सुना है उनके ये दर्द भरे शब्द तब निकले? जब चल रहा था उनके एरिया में पार्टी का प्रोग्राम? वो अपनी बातों से दे रहे थे तरह-तरह के अर्थ? कह रहे थे पार्टी इतना काम करा रही है, हमारा तो काम-धंधा ही हो गया है व्यर्थ? कब संभालेंगे हम अपनी व्यवसायिक जिम्मेदारी? अगर पार्टी इसी तरह कार्यक्रम पे कार्यक्रम करती रही जारी?

क्यों कहा कहने वाले ने कि नादिया पार की भगवा कमिश्नर इन दिनों हैं बहुत ज्यादा हैरान? उनकी टीम के कुछ सदस्य कर रहे थे इस बात की चर्चा? कह रहे थे मैडम की टीम में वो चेहरे आने का कर रहे हैं प्रयास? जो उनके कहने पर नहीं कर रहे है काम? क्षेत्र से लेकर प्रदेश वालों की वो मैडम की टीम में आने को लेकर लगा रहे हैं सोर्स? कहने वाले ने कहा क्या करायेंगी मैडम ऐसे चेहरों से काम? जो दूसरों के कहने पर बनी हों फोर्स?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवागढ़ में इस वक्त तेजी से घूम रहा है ओबीसी कार्र्यकर्ता को ओबीसी नेता द्वारा हाथ झटक कर दूर धकेलने का किस्सा? सुना है उनकी ये वीडियो बन गई है इस वक्त कई फोन में हिस्सा? कहने वाले कह रहे हैं हम खुद अपने ओबीसी नेता के इस व्यवहार को देखकर हो रहे हैं हैरान? हमने कभी उनको इतने गुस्से में नहीं देखा? पता नहीं क्यों दिया उन्होंने इस तरह की कार्यवाही को अंजाम?

क्यों कहा कहने वाले ने कि सुना है आजकल भगवागढ़ में हो रही है मीटिगें तमाम? महत्वपूर्ण मीटिंग में डेढ़ घंटा पहले ही तमाम चेहरों को बुला लिया जाता है श्रीमान? हमें पता चला है ऐसी ही एक मीटिंग में पहुंचकर बाऊजी और कई भगवाधारी हो गये नाराज? कहने लगे हम तो मीटिंग शुरू होने से 15 मिनट पहले ही आ जायेंगे? पता नहीं क्यों डेढ घंटे पहले हमें बुलाया जा रहा है साहब? हम चाहते हैं कि बुलाने वाले रखें थोड़े हमारे समय का भी ध्यान? आखिर हमारी कुछ पारिवारिक और समाजिक जिम्मेदारियां भी हैं? जिस पर करना होता है हमको काम?

क्यों कहा कहने वाले ने कि जिस वक्त भगवा युवा और होटल वाले के बीच में सैंकड़ों वाली रकम को लेकर हो रहा था विवाद? कहने वाले ने कहा ये रायता इतना नहीं फैलता? अगर उस वक्त होटल के सामने से एक गाड़ी नहीं गुजरी होती साहब? कहने वाले ने कहा इस गाड़ी में एक ताकतवर चेहरे के समर्थक थे सवार? उनको हो गये इस पूरी झगड़े वाली कार्यवाही के दीदार? बस फिर क्या था जंगल में आग की तरह फैल गई बात? ये तो शुक्र है भगवा योद्धा बीच में आ गये? नहीं तो और भी रायता फैल जाता साहब?

क्यों कहा कहने वाले ने कि गागर में सागर भरने वाले मिस्टर नागर को भरे मंच से भगवा योद्धा ने अहिल्या जी की संगोष्ठी वाला सौंपा है प्रोग्राम? दे दिया है उन्होंने मिस्टर नागर को लेकर मंच से मजबूत पैगाम? कहने वाले ने कहा संगोष्ठी को बहुत ही महत्वपूर्ण बताया जा रहा है श्रीमान? देखना अब ये है कि मिस्टर नागर भगवा योद्धा की महत्वाकाक्षांओं को कितना देंगे अंदाज? वैसे भी योद्धा का भीड़ जुटाने में नहीं है कोई तोड़? देखना अब ये है मिस्टर नागर संगोष्ठी के बहाने उनकी हसरतों को देते है किस तरह का मोड़?

Continue Reading

उठते सवालों का करंट

उठते सवालों का करंट

Published

on

क्यों कहा कहने वाले ने कि सुबह-शाम राधे जी का नाम लेने वाले मेंबर त्यागी जी ने दे दिया है ये पैगाम? अगर, कोई सांसद और विधायकों से लगवाएगा काम की सिफारिश, इस सिफारिश पर मैं नहीं दूंगा ध्यान? छह महीने लेट कर दूंगा सिफारिश वालों के काम? मेंबर ने जनता में स्पष्ट संदेश देकर कहा- जो मेरे पास आएगा डायरेक्टर, तुरंत होगा उनकी समस्या का समाधान? मेरे अंगने में आखिर बाहर वालों का क्या काम?

क्यों कहा कहने वाले ने कि इस बार येड़ा बनकर डेढ़ा भैया किसी को नहीं खाने देंगे पेड़ा? सुना है, उन्होंने गुरुजी के साथ लखनऊ में बड़े चेहरों ेसे करनी शुरु कर दी है मुलाकात? ताकि खूब रोशन होये उनकी राजनीति का सवेरा? कुछ ऐसी ही मुलाकात गुरुजी के साथ करके जब वो आ रहे थे डिप्टी सीएम के आवास से बाहर? राह में उनकी हो गई भगवा योद्धा से मुलाकात? इस बारे में तो उन्होंने सोचा ही नहीं था यार? कहने वाले ने कहा- यहां मेन वाले हों या फ्रंट वाले अध्यक्ष, सबके खुले हैं बड़े नेताओं के द्वार?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हमें समझ नहीं आ रहा है अमित भैया के शब्दों का प्रताप? कुछ दिन पहले बरस रहे थे उनकी जुबान से फूल? मगर, ना जाने का क्यों अब निकल रहे हैं शूल? लगता है उनके सम्मान में कोई चेहरा कर बैठा है भूल? गैर अनुभवी सलाहकार, घंटों की बात, कौन है ज्ञानी बाबा? ना जाने इन शब्दों का इस्तेमाल करके वो अपने प्रताप से दे रहे हैं संगठन के किस बड़े चेहरे को आघात?

क्यों कहा कहने वाले ने कि जब भी संगठन में होते हैं परिवर्तन, तब किसी ना किसी का दर्द निकलकर आता है बाहर? सुना है, कुछ ऐसी ही दुआ नदिया पार के कुछ चेहरे नहीं कर पा रहे हैं स्वीकार? कह रहे हैं जिन्होंने नहीं किया पांच साल काम, उनका रखने वाले ने ना जाने क्यों रखा है ध्यान? हमारे दर्द को भले ही वर्तमान वाले नहीं समझे, मगर पूरे मान से जरूर हमारे शब्दों को समझ गए होंगे एक श्रीमान?

क्यों कहा कहने वाले ने कि संगठन में परिवर्तन के बाद अपने दायित्वों पर फिर से रिटर्न हो रहे हैं कई फेस? पूनम कौशिक का फिर से रिटर्न होना इस बात का है संदेश? पता चला है मामला यहीं नहीं रुका है यार? सुना है भगवा मास्टर को भी आने लगे हैं अब लखनऊ से फोन? उन्हें याद दिलायाजा रहा है मीडिया प्रभारी वाला किरदार? योगी जी की मीटिंग का भी आया था उनको निमंत्रण? क्या भगवा योद्धा ने पुराने चेहरों को फिर से रिटर्न करने का बीड़ा तो नहीं उठा लिया है यार?

क्यों कहा कहने वाले ने कि जबसे हुई है मैडम कौशिक की मोर्चा वाले अध्यक्ष पद पर वापसी? तब से सुनाई दे रहे हैं हर जगह से तरह-तरह के संदेश? कहने वाले कह रहे हैं कि मैडम त्यागी खुद ही गई थीं प्रस्ताव लेकर भगवा योद्धा के पास? कहा था, अब ये वाली जिम्मेदारी नहीं निभाना चाहता है मेरा फेस? दिया था यहां पर कुछ उन्होंने व्यक्तिगत जिम्मेदारियों का हवाला? योद्धा भी चाहते थे वो अपने पद पर बनीं रहे, क्योंकि जब तक वो पद पर थीं उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी से था संभाला?

क्यों कहा कहने वाले ने कि अचानक ही बंद हो गए हैं दिखने भगवा क…क…क…क… करण भैया के दीदार? साथ ही नजर नहीं आ रहे हैं वो कुंडलधारी, जिन्हें कहा जाता है उनका यार? लग रहा है मोहल्ले वाले आॅफिस से उनको पहले की तरह नहीं मिल रहा है प्यार? शुरु-शुरु में करते दिखो थे वो विज्ञप्तियां जारी, मगर अब ये भी खत्म सी दिख रही है उनकी पारी?

क्यों कहा कहने वाले ने कि हमने देखा कि हकीकत में हैवीवेट वाले अपनी टी-सीरीज से करते हैं बहुत ज्यादा प्यार? हमारी ये बात तब और पुख्ता हुई जब मंत्री जी की गाड़ी में टी-सीरीज के मिस्टर भाटी और मिस्टर सौलंकी के हुए उनके साथ दीदार? कहने वाले ने कहा- यूं ही नहीं कोई अपनी गाड़ी में करता है किसी को सवार? वैसे भी जो बैठे थे हैवीवेट वालों के साथ गाड़ी में, वो दोनों मेंबर हैं काफी होनहार?

क्यों कहा कहने वाले ने कि भगवा योद्धा अक्सर अपने फैसलों से दे रहे हैं सरप्राइज? हमने देखा, जिन रेड फेस मैन को ज्यादा मौके नहीं मिल रहे थे, उनके साथ खत्म हो गई आइस-पाइस? सुना है उनको दे दी गई है शौर्य तिरंगा यात्रा को लेकर शहर विधानसभा संयोजक वाली जिम्मेदारी? हमें समझ नहीं आ रहा अचानक मिस्टर यादव का मामला कैसे कर दिया है उन्होंने भारी?

क्यों कहा कहने वाले ने कि मैं आपको एक बात बता रहा हूं, उसको हल्के में मत करना स्वीकार? जनरली साहब भले ही दूर चले गए हों, मगर केडी भैया उनके अलावा भी अपनी जमीन को मजबूत कर रहे हैं यार? कहने वाले ने कहा- वो क्षेत्र से लेकर प्रदेश तक कर चुके हैं कई चेहरों से मुलाकात? कराने वाले पूरी शिद्दत से करा रहे हैं उनकी आलाकमान वालों से बात? कहने वाले ने कहा- अभी तो शुरुआत हुई है, अभी तो और भी लंबे होंगे उनके हाथ?

Continue Reading

Trending